सुआर्य राजपुरोहित तिवारी ब्राह्मण समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए बस्तर विधायक
बस्तर सुआर्य राजपुरोहित तिवारी ब्राह्मण समाज बस्तर द्वारा विकास खण्ड बस्तर के ग्राम पंचयात घाटलोहंगा में आज सामाजिक कार्यक्रमम आयोजित किया गया ,जिसमें शामिल होने बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल पहुंचे, समाज के लोगों ने फूल मालाओं से विधायक का स्वागत किया।
इस दौरान बस्तर विधायक बघेल ने कहा की बस्तर रियासत 1324 ईस्वी के आसपास स्थापित हुई थी, जब अंतिम काकातिया राजा, प्रताप रुद्र देव ( 12 9 0-1325) के भाई अन्नाम देव ने वारंगल को छोड़ दिया और बस्तर में अपना शाही साम्रज्य स्थापित किया अगर हम इतिहास पर एक दृष्टि डाले तो पायेंगे कि राजपुताने में राजपुरोहितो का इतिहास में सदैव ही ऐतिहासिक योगदान रहा है ये राज-परिवार के स्तम्भ रहे है इन्हे समय-समय पर अपनी वीरता एवं शौर्य के फलस्वरूप जागीरें प्राप्त हुई है उत्तर वैदिक काल में भी राजगुरू पुरोहितो का चयन उन श्रेष्ठ ऋषि-मुनियों में से होता था जो राजनीति, सामाजिक नीति, युद्धकला, विद्वता, चरित्र आदि में कुशल होते थे कालान्तर में यह पद वंशानुगत इन्ही ब्राह्मणों में से अपने-अपने राज्य एवं वंश के लिए राजपुरोहित चुने गये।
बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल के समक्ष सुआर्य राजपुरोहित तिवारी समाज ने पने महत्वपूर्ण मांगो को रखी , जिसको विधायक ने तत्काल निराकरण करते हुए सामुदायिक भवन के लिए 10 लाख रूपये एवं शमशान घाट के लिए 03 लाख रूपये देने की घोषणा की।
इस दौरान हरीश पारख, मनाप्रसाद तिवारी ,सरपंच डमरूधर बघेल,मुन्नालाल यादव, गद्दाधर ठाकुर,गजेंद्र, यशवंत, चंद्रशेखर, सुशील, खगेश्वर,सुखनाथ,राजेश कुमार, तुलसीराम ठाकुर,देवेंद्र,एवं समस्त कार्यकर्तागण उपस्थित रहे