कोंडागांव। भारतीय जनता पार्टी ने प्रेसवार्ता कर कांग्रेस पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम पर लगाया आरोप कहा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2020 में जिला प्रशासन पर दबाव बना कर हरे हुए कांग्रेस समर्थित पत्याशी को रातों रात जीत का प्रमाण पत्र दिला दिया गया। न्यायालय के आदेश के बाद सच्चाई सबके सामने आई और भाजपा समर्थित प्रत्याशी को दिया गया जीत का प्रमाण पत्र। कांग्रेस के पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम का झूठ सबके सामने आया है ऐसे में कांग्रेस पीसीसी अध्यक्ष व विधायक को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। आपको बतादे की भाजपा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि जिले के जनपद क्षेत्र क्रमांक २४ मटवाल और १६ बम्हनी पंचायत चुनाव की मतगणना में लापरवाही सामने आई है । भाजपा ने प्रेस वार्ता आयोजित कर सत्तासीन कांग्रेस की कलई को परत दर परत खोलते सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया है । जिला भाजपा कार्यालय अटल सदन में आयोजित प्रेस वार्ता में पूर्व मंत्री केदार कश्यप, भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी, जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा और विधि एवं विधायी प्रकोष्ठ के सह संयोजक गोपाल दीक्षित ने मामले पर साझा बयान जारी करते कहा कि जनपद क्षेत्र कोंडागांव का मतदान 28/01/2020 को संपन्न हुआ था जिसमे क्षेत्र क्रमांक 16 से दीपिका कोर्राम एवं क्षेत्र क्रमांक 24 से गुनसी कश्यप भाजपा समर्थित प्रत्याशी थी । दिनांक 30/01/2020 को जनपद कार्यालय कोंडागांव में गणना उपरांत परिणामों की घोषणा के दौरान दीपिका कोर्राम को 16 मतों एवं गुनसी कश्यप को 45 मतों से विजयी होना कहकर अगले दिन आकर जीत का प्रमाण पत्र ले जाने की बात कही गई । किंतु उसी दिनांक की मध्यरात्रि को व्हाट्सएप के माध्यम से यह जानकारी मिली कि खोमेश्वरी ठाकुर जो 16 मतों से और प्रमिला बघेल जो 45 मतों से चुनाव हार चुकी थी उन्हें जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया है । जानकारी होते ही दोनो भाजपा समर्थित जीती हुई प्रत्याशियों ने जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष दिनांक 01/ 02/2020 को आवेदन प्रस्तुत कर पंचायत निर्वाचन अधिनियम के नियम 84 के तहत कार्यवाही करने हेतु निवेदन किया गया । इस पर जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा 06/02/2020 तक कोई कार्यवाही नहीं किए जाने पर पार्टी द्वारा कलेक्टर चैंबर के सामने धरना दिया गया तब दूसरे दिन पिटीशन की कार्यवाही करने की सलाह देते आदेश जारी हुआ । इस पर तत्काल माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर में रिट याचिका दायर की गई । न्यायालय ने पाया कि उक्त आदेश कानून की दृष्टि से खराब है कहकर उक्त आदेश को निरस्त कर चुनाव याचिका लगाने निर्देशित किया गया । चुनाव याचिका प्रस्तुत करने पर कार्यवाही के दौरान गणना पर्ची का मिलान हुआ और हमारी याचिका को सही पाते प्रकरण को सुनवाई के लिए रखा गया । इसी बीच समय बर्बाद करने की नीयत से पुनरीक्षण कमिश्नर न्यायालय जगदलपुर के समक्ष पेश किया गया जहां लगभग 6 से 8 माह प्रकरण लंबित रहा । प्रकरण जब दुबारा कोंडागांव कलेक्टर कोर्ट आया तब दिनांक 18/11/2021 एवं 25/11/2021 को निर्णय पारित हुआ जिसमे भाजपा समर्थित प्रत्याशी को 16 एवं 45 वोटो से विजयी मानते हुए प्रमाण पत्र प्रदाय करने का आदेश पारित किया गया । इसके साथ ही रिटर्निंग ऑफिसर के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की अनुशंसा की गई है । उपरोक्त सम्पूर्ण कार्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार के अध्यक्ष और कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम के द्वारा दबाव डालकर कराया गया था । भाजपा संबंधित अधिकारियों जिनके द्वारा उक्त अवैधानिक कार्यवाही की गई है के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज कराएगी । इस दौरान पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या करने का कांग्रेस पार्टी का पुराना इतिहास रहा है । सीधे तरीके से ये जीत नहीं सकते इसलिए गड़बड़ी कर जनपद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनाया है । वही प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी ने कहा कि यदि पी सी सी चीफ और विधायक मोहन मरकाम में ज़रा भी नैतिकता बची हो तो तत्काल अपने पद से इस्तीफा दें और सेवा जैसे पदों पर जनता के आशीर्वाद से चुनकर आने वाले जनप्रतिनिधियों को हराने के कुत्सित प्रयास हेतु जनता से माफी मांगे । जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा ने कहा कि हम कानूनी विशेषज्ञों व पार्टी में मंथन कर आगे की चुनावी कार्ययोजना बनाएंगे । प्रेस वार्ता उपरांत नगर के मुख्य मार्ग होते हुए रैली की शक्ल में बस स्टैंड पहुंच आतिशबाजी कर जनपद सदस्यों के जीत का जश्न भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने बनाया । प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व विधायक सेवक राम नेताम, नगरपालिका अध्यक्ष हेमकुवर पटेल, उपाध्यक्ष जसकेतु उसेंडी, मंडल अध्यक्ष जैनेंद्र सिंह ठाकुर व अन्य मौजूद रहे ।