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वैक्सीन को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर कसा तंज, समाधान का हिस्सा बनें, भय और भ्रम का किस्सा न गढ़े

कोंडागांव। काँटों से गुज़र जाता हूँ दामन को बचा कर, फूलों की सियासत से मैं बेगाना नहीं हूँ । शकील बदायुनी का यह शेर कोंडागांव में वैक्सीन पर सियासत कर रहे कांग्रेसियों ने ज़ेहन को ताज़ा कर दिया है । दरअसल केंद्र और राज्य वैक्सीन की कीमतों के सवाल पर आमने-सामने आ गए है । सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा वैक्सीन की अलग-अलग कीमत तय करने पर विवाद शुरू हो गया । वैक्सीन की कीमत की यह सियासत प्रदेश की राजधानी के राजनैतिक गलियारों से अब कोंडागांव पहुंच चुकी है जहां प्रदेश कांग्रेस प्रमुख मोहन मरकाम सहित कांग्रेस कार्यकर्ता कर्फ्यू और लॉकडाऊन के दौरान भाजपा पदाधिकारियों के घर जाकर गुलदस्ते और गुलाब फूल देते नजर आ रहे है । विदित हो कि भारत में एक मई से 18 साल से ज़्यादा उम्र वाले हर व्यक्ति को कोविड वैक्सीन मिल सकेगी । ये देश में कोरोना टीकाकरण का तीसरा चरण होगा, जिसमें अब 18 साल से 45 साल के उम्र के लोगों को भी शामिल कर लिया गया है ।
लता उसेंडी भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा
फूलों की इस राजनीति पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा जो लोग पहले कोरोना के स्वदेशी टीकों के प्रभाव पर भय पैदा कर रहे थे । अब वो टीकों की कीमत पर भ्रम पैदा कर रहे हैं । वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ने 24 अप्रैल को स्पष्ट किया कि उनकी वैक्सीन दुनिया भर की वैक्सीन की तुलना मे सबसे किफायती दाम पर उपलब्ध है और शुरुआती कीमत इसलिए भी कम थी क्योंकि उन्हें केंद्र सरकार से एडवांस फंडिंग प्राप्त हुई थी । आज परिस्थितियां विकट है। रिसर्च एंड डेवलपमेंट, रॉ मैटीरियल, क्लिनिकल ट्रायल से प्रोडक्शन तक बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है । सतत परिणामों के लिए लागत का दायरा बढ़ाना भी जरूरी होता है । फिर भी विपक्ष की तरफ से इसे मुद्दा बनाने की लगातार कोशिश हो रही है जो निंदनीय है ।
दीपेश अरोरा
कोंडागांव जिला अध्यक्ष दीपेश अरोरा ने कहा कि जब राज्यों और निजी सेक्टर से बड़ी संख्या में वैक्सीन की मांग आएगी तो इससे कीमतें नीचे लाने में मदद मिलेगी । यह संभावना एसआइआइ और भारत बायोटेक के प्रमुखों ने भी हाल में जताई थी । केंद्र सरकार का भी मानना है कि भविष्य में कुछ और वैक्सीन निर्माता कंपनियों के आने से भारत में कीमतें कुछ और नीचे जा सकती हैं ।
श्रीमती हेमकुवर पटेल ने कहा
नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती हेमकुवर पटेल यदि कांग्रेसियों की सोच सकारात्मक होती तो यह गुलाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देकर वैक्सीन व अन्य संसाधन उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद देते ।
जसकेतु उसेंडी ने कहा
नगर पालिका उपाध्यक्ष जसकेतु उसेंडी ने कहा कि यदि इस मुश्किल वक्‍त में सभी को समाधान का हिस्सा बनना चाहिए, ना की भय और भ्रम का किस्सा गढ़ना चाहिए । सबको समाज में भरोसा कायम करने के संकल्प के साथ काम करना होगा । राज्य के प्रत्येक व्यक्ति का दर्द समझते हुए आपको उनके साथ खड़े होने की जरूरत है।
रौनक दीवान ने कहा
जिला मीडिया प्रभारी रौनक दीवान ने बताया कि लोक स्वास्थ्य का मुद्दा संविधान की सातवीं अनुसूची मे ‘राज्य’ का विषय है जबकि आपदाओं ने यह समय समय पर साबित किया है कि टेक्निकल एक्सपर्टाइज और फाइनेंस की जब भी बात आती है तो हमे केंद्र पर जरूरत से ज्यादा निर्भर रहना पड़ता है । अब समय आ गया है की हमारे छत्तीसगढ़ प्रदेश मे कुछ ऐसे उपाय किए जाएं जिससे स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार आ सके और हम आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाए । इस महामारी ने यह बता दिया है कि हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देने पर बल दिया जाना बहुत जरूरी है ।

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