छत्तीसगढ़ में ब्लैक फंगस की रफ्तार हुई धीमी, एक सप्ताह में मिले इतने केस, कुल 82 मरीज हुए डिस्चार्ज
रायपुर। छत्तीसगढ़ में ब्लैक फंगस को लेकर राहत भरी खबर है. ब्लैक फंगस पीड़ित मरीज मिलने की रफ्तार में धीमी आई है. इसके साथ ही रिकवरी रेट भी बढ़ा है जो पहले लगभग मृत्यु दर के बराबार था. वहीं तेजी से मरीजों का ऑपरेशऩ भी किया जा रहा है. प्रदेश में पिछले एक सप्ताह में औसतन 13 मरीज मिले है जो पहले 30 से 35 पहुंच रहा था.
महामारी संचालक सुभाष मिश्रा ने बताया कि प्रदेश में ब्लैक फंगस मरीजों की संख्या बढ़कर 350 पहुंचा गया है. इसमें से अब तक 209 मरीजों का ऑपरेशऩ किया जा चुका है, तो वहीं प्रदेश में 82 मरीजों ने ब्लैक फंगस को मात देकर डिस्चार्ज हो चुके हैं.
मौत में आई कमी, रिकवरी रेट बढ़ा
वहीं मौत के आंकड़ा में भी कमी आई है जो रिकवरी रेट के समकक्ष था, अब तक प्रदेश में 53 मरीजों की मौत हो चुकी है, जिसमें ब्लैक फंगस से 32 मौत और को-मोर्बलिटी से 21 मौत हो चुकी है, तो वहीं 82 मरीजों ने कोरोना को मात देकर घर लौट गए हैं. इस तरह अब प्रदेश में ब्लैक फंगस के एक्टिव मरीजों की 209 हैं.
यहां भर्ती है इतने मरीज
सुभाष मिश्रा ने बताया कि एम्स 137 , मेकाहारा 28, सेक्टर-9 हॉस्पिटल में 17 के साथ बाकी अलग मेडिकल कॉलेज एवं प्रायवेट हॉस्पिटल में भर्ती है, जहां मरीजों का इलाज जारी है.
दवा की सप्लाई डेली नीड के बराबर
मरीजों के इलाज में दी जाने वाली दवा एवं इंजेक्शऩ की आपूर्ति में अब भी कठिनाई हो रही है, प्रदेश में तीन तरह के से दवा एवं इंजेक्शऩ की सप्लाई जारी है. पहले कंपनी से डारेक्ट खरीदी इसमें कोई टेंडर नहीं किया जा रहा है. दूसरा खाद्य एवं औषधि प्रशासन मरीजों के अनुपात में अपने नियंत्रण में लेकर दवा सप्लाई कर रही है. तीसरा केंद्र सरकार से सप्लाई हो रही है फिर भी प्रतिदिन आवश्यकता अनुरूप सप्लाई हो पा रही है.