दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा पुलिस को ‘लोन वर्राटू‘ घर वापस आईये अभियान के जरिए बड़ी सफलता मिली है. एक-एक लाख के दो इनामी सहित 3 नक्सलियों ने एसपी अभिषेक पल्लव के सामने आत्मसमर्पण किया है. माओवादी संगठन के खोखली विचारधारा से तंग आ गए थे. इसलिए समाज की मुख्य धारा से जुड़कर काम करना चाहते हैं. सभी नक्सली हत्या, आगजनी, लूट और आईईडी ब्लास्ट जैसे कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. सरेंडर करने पर एसपी सभी को 10-10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी है.
लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 371 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. जिसमें 98 इनामी नक्सली भी मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं. आज जिन नक्सलियों ने सरेंडर किया है, उनमें एक लाख इनामी नक्सली टोक्का उर्फ लखेश्वर तोलवू (बोधघाट एलजीएस सदस्य), एक लाख इनामी हड़मा कलमू (मिलिशिया कमांडर) और अर्जुन फरसा (मिलिशिया सदस्य) शामिल है.
नक्सली टोक्का उर्फ लखेश्वर तोलवू
- वर्ष 2016 में ग्राम पंचायत कोसलनार सरपंच बुधराम जरामी निवासी कोसलनार की हत्या कर दी गई है. उस पर पुलिस की मुखबिरी का आरोप लगाया था.
- वर्ष 2018 में सातधार से गुफा मार्ग में रोड़ निर्माण में लगे वाहनों को आगजनी की घटना में शामिल था.
- वर्ष 2020 में ग्राम बेड़मा सरपंच संतोष की पुलिस मुखबिर के शक में हत्या कर दी थी.
- वर्ष 2020 में ग्रामीण पाण्डू कवासी निवासी कुरसीम को पुलिस मुखबिर के शक में हत्या कर दी थी.
नक्सली हड़मा कलमू
- नक्सली बंद के दौरान बेनर, पोस्टर और पंपलेट लगाने की घटना में शामिल था.
- ग्राम पालनार से पड़लनार तक लगभग 15-20 जगह रोड़ खोदकर मार्ग अरूद्ध करने की घटना में शामिल था.
- थाना अरनपुर में धारा- 147, 148, 149, 364, 342, 120 बी भादवि, 25, 27 आर्स एक्ट और छत्तीसगढ़ जन सुरक्षा अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध है.
नक्सली अर्जुन फरसा
- वर्ष 2012 में ग्राम बड़े पल्ली किस्केपारा के पास हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल था.
- वर्ष 2013 में दो अनजान व्यक्तियों को पुलिस मुखबिरी के शक में हत्या करने की घटना में शामिल था.
- वर्ष 2015 में ग्राम छोटे पल्ली, बड़े पल्ली और कोलनार के नदी किनारे पुलिस को नुकसान पहुंचाने की नियत से लगभग 20-25 स्थानों पर बुबी ट्रेप्स लगाने की घटना में शामिल था.
- नक्सली बंद के दौरान भैरमगढ़ से दुसावाड़ा के बीच बेनर, पोस्टर और नक्सली पंपलेट लगाने की घटना में शामिल था.