छत्तीसगढ़

मक्का फसल के बीच खड़ी बायो शौचालय, अधिकारी अनजान,

कोंडागांव पत्रिका लुक

जिला प्रशासन द्वारा वर्ष 2019-20 में 35 नग चलित शौचालयों की खरीद की गयी थी।जिनका उपयोग शौचालय विहीन गांवों में होना था, लेकिन खरीदे गए कुछ चलित शौचालयों का उचित उपयोग न होने से करोड़ों के शौचालय कबाड़ा हो रहे।जबकि जिला वर्ष 2017-18 से ओडीएफ घोषित है।

दरअसल कोंडागांव से उमरकोट उड़ीसा को जोड़ने वाली सड़क किनारे ग्राम चिपावंड से लगे उमरगांव ‘ब’ के खेत में मक्का की फसल के मध्य चलित बायो शौचालय जिम्मेदारो की उदासीनता से लावारिस खड़ी है, शौचालय में लगे पहिए ,स्टैपनी, छत आदि गायब है। खडे खडे शौचालय कबाड़ हो रहा।

स्थानीय ग्रामीणों ने दावा किया तकरिबन दो वर्ष पूर्व उमरगांव ब में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत कार्यक्रम आयोजित हुआ था, उसी दौरान चलित बायो शौचालय को लाया गया था जिसे विभाग ले जाना भूल गया जो आज तक लावारिस खड़ी है,शौचालय में लगे पहिए ,स्टेपनी आदि चोरी हो गया।

कार्यालय जिला पंचायत कोंडागांव से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के ऐसे गांव जहां शौचालय का निर्माण नहीं हो सका था ।उन गांवों में उपयोग के लिए कुल 35 नग जीएसटी सहित लगभग 6 लाख 13 हजार की लागत से चलित बायो शौचालयों की वर्ष 2019-20 में खरीदी हुई थी।

प्रेम प्रकाश शर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कोंडागांव
चलित बायो शौचालय पंचायतों में भेजा गया था, यदि ऐसा है तो सचिवों को बोलकर दिखवा लेते हैं,नियमानुसार कार्यवाही भी होगी।


Posted By:Punamdas Manikpuri

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