छत्तीसगढ़

बच्चों की टोली लॉक डाउन में आवारा मवेशियों को खिला रहे खाना

कोंडागांव। कोरोना संक्रमण काल के दौरान लगाए गए लॉक डाउन के कारण आवारा मवेशियों की परेशानी बढ़ गई है। आम इंसानों को भोजन व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए शासन द्वारा समय निर्धारित करने के साथ-साथ विभिन्न समाजसेवी संस्थाएं भी आगे आ रहे है। गौठान संचालित होने के बाद भी आवारा मवेशियां चारे व पानी की तलाश में पूरे दिन नगर की गलियों और सड़कों पर भटकते रहते है। आये दिन कचरे के ढेर मे भोजन तलाशते मवेशियों को देखकर कोंडागांव विकास नगर निवासी राहुल छावड़ा, युवराज चोपड़ा, कलश संचेती आदि चारो बच्चों ने मवेशियों के भोजन की परेशानी का जिक्र अपने परिजनों से किया, परिजनों की सहमति मिलते ही सभी बच्चों ने लगभग सप्ताह भर पूर्व अपने अपने घरों से पांच-पांच रोटियां एकत्रित कर मवेशियों को रोटी देने की शुरुआत की।

प्रतिदिन सुबह-शाम रोटियां एकत्रित कर आवारा मवेशियों को खिलाने लगे, बच्चों के कार्य को देखते हुए मुहिम में सारा मोहल्ला जुड़ता गया, बच्चे मोहल्ले के 30 घरों से सुबह-शाम 5-5 रोटियां व हरी सब्जियां, पत्ते आदि एकत्रित कर मवेशियों को खिला रहे थे, ताकि जानवरों का भूख मिट सके। बच्चे कहते है कि मवेशियों को भोजन देखकर खुशी होती हैं। परिवार के मुखिया भागचन्द चोपड़ा ने बताया कि बच्चे के मन मे आया की लॉक डाउन में आवारा मवेशियों को इस समय को दाना पानी देता चाहिए ओर बच्चों ने मोहल्ले के घरों से रोटी और हरी सब्जियां जाम कर मवेशियों को खिलाया जाने का कार्य चालू किया गया इस कार्य से हमे भी मोहल्ले बच्चों की मदद करने में अच्छा लग रहा है।

Patrika Look

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