छत्तीसगढ़

दुर्गम्य बसाहटों में आपसी ’’रोड कनेक्टिविटी’’ को प्राथमिकता नये संभावित सड़क मार्गो का करें चिन्हाकंन- कलेक्टर

ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग की हुई समीक्षा बैठक

कोंडागांव। आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग की गहन समीक्षा बैठक कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी। इस बैठक में कलेक्टर ने विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत निर्माण कार्यो की कार्ययोजना तथा प्रगतिरत तथा अप्रारंभ कार्यो के सबंध में विस्तार पूर्वक समीक्षा किया और कहा कि दुर्गम गांव में रोड ’’कनेक्टिविटी’’ का विकास प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और यह सभी जानते है कि इन अलग-थलग ग्रामों में बिना सड़क मार्गो के विकास के शासकीय योजनाओं से पूरी तरह लाभान्वित नही किया जा सकता। इस प्रकार इन पहाड़ी अंचलो में बसे ग्रामों में मूलभूत सुविधा के तहत् उत्कृष्ट सड़क मार्ग का निर्माण विकास की पहली सीढ़ी होती है। इन क्षेत्रो में बेहतर सड़क मार्गो के विकास से ना केवल आंगनबाड़ी केन्द्रो शाला भवन एवं राशन दुकान, गोदाम जैसे निर्माण कार्य आसानी होगें बल्कि पीडीएस एवं स्वास्थ्य सेवायें भी त्वरित गति से इन ग्रामों तक पंहुचेगी। इस संबध मंे उन्होने उदाहरण देते हुए कहा कि महतारी एक्सपे्रस जैसे अत्यंत जरूरी सेवा गर्भवती महिलाओ को विकट परिस्थितियों मे तभी लाभप्रद हो सकेंगी जब इन गांवो तक अच्छे पंहुच मार्ग होगें। इसके अलावा इन क्षेत्रो में सड़क निर्माण से स्थानीय ग्रामीणो को तत्काल रोजगार भी उपलब्ध होगा।
अतः सड़क निर्माण के प्रत्येक चरणो के सुचारू एवं सफल क्रियान्वयन हेतु प्रतिबद्धतापूर्वक कार्य करने की आवश्यकता है और संवेदनशील क्षेत्रो में बन रहे निर्माणाधीन सड़को के निर्माण में स्थानीय ग्रामीणों सरपंच, पटेल को भी सड़क मार्गो के उद्देश्य के प्रति जागरूक कर भागीदारी एवं उत्तरदायित्व को प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होने सड़क निर्माण के नियमित निरीक्षण निगरानी एवं गुणवत्ता को प्राथमिकता देने की बात कहीं।
बैठक में विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, एलडब्ल्यूई, रूर्बन मिशन, डीएमएफ, शिक्षा विभाग, नीति आयोग, मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास विभाग, आदिवासी विकास शाखा, मुख्यमंत्री ग्रामीण आंतरिक विद्युतीकरण योजना, स्वच्छ भारत मिशन एवं मनरेगा योजनाओं के तहत कुल 361 कार्य स्वीकृत किये गये है। जिनमें पूर्ण कार्यो की संख्या 60 अप्रारंभ कार्यो की संख्या 37 निरस्त कार्यो की संख्या 21 एवं 243 प्रगतिरत कार्य है। इसके साथ ही कलेक्टर ने बैठक में केशकाल विकासखण्ड अंतर्गत निर्माणाधीन लिमदरहा मिडवे प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यो की विशेष रूप से जानकारी चाही और निर्देश भी दिये साथ ही भरोसा दिलाया कि संवेदनशील क्षेत्रो में बन रहे सड़क निर्माण में लगे वाहनों एवं व्यक्तियों की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की जावेगी। बैठक में मुख्य कार्यपालन अभियंता अरूण शर्मा तथा केशकाल एवं कोण्डागांव अनुभाग के अधिकारी तथा सहायक अभियंता एवं ठेकेदार उपस्थित रहे

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