अतिक्रमण हटाकर जल्द से जल्द उन भूमियों का उन्नयन करने का निर्देश- कमिश्नर बस्तर
कोंडागांव। कलेक्ट्रेट सभा कक्ष भवन में बस्तर संभाग के कमिश्नर जी.आर चुरेंद्र ने जिले के समस्त विभागों की समीक्षा बैठक बुलाई। इस दौरान उन्होंने जिले में अगले वित्तीय वर्ष के दौरान किए जाने वाले कार्यों के लिए कार्ययोजना तैयार करने के लिए सभी विभागों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यदि सभी विभाग टीम भावना से मिलकर कार्य करें तो जिले का समग्र विकास संभव हो सकेगा। इसके लिए सभी अधिकारियों को मैदानी स्तर पर जाकर समस्याओं पर समीक्षा करनी होगी। इस दौरान उन्होने राजस्व विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि आगामी एक माह में मैदानी स्तर पर तहसीलदार, पटवारी, सचिव, आरएईओ एवं कोटवार मिलकर अधिक्रमित भूमियों की पहचान कर उन्हें जल्द से जल्द अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए कार्यवाही करें एवं अतिक्रमित भूमियों पर कब्जा हटाने के बाद उन्हें सामुदायिक कार्यों जैसे सामुदायिक वन, सामुदायिक बाड़ियों एवं अन्य सामुदायिक प्रयोजनों प्रयोग किया जाना है ताकि ग्राम के गरीब एवं भूमिहीन लोगों को आजीविका का साधन प्रदान किया जा सके। कोविड-19 के टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए कमिश्नर ने नगरीय निकायों में मोहल्ला समितियों को सक्रिय करते हुए उनमें सरकारी कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों तथा आम लोगों की सहभागिता से शत प्रतिशत वैक्सीनेशन एवं कोविड-19 की टेस्टिंग कराने के साथ ही सामाजिक भागीदारिता से सभी लोगों को मास्क पहनने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने हेतु प्रोत्साहित करने को कहा। इसके अतिरिक्त उन्होंने समस्त कार्यालयों को सुव्यवस्थित साफ सुथरा करने के लिए कर्मचारियों को श्रमदान के द्वारा व्यवस्थित करने कहा। हॉट बाजारों में गंदगी के प्रसरण को रोकने के लिए बाजारों में कंपोस्ट पिट का निर्माण कर समस्त जैविक कचरे को उसमें डाल कर खाद निर्माण को कहा। इसके साथ ही उन्होंने नक्सल पीड़ित परिवारों को अधिक से अधिक आर्थिक सहायता एवं रोजगार के माध्यमों से जोड़ने के लिए निर्देशित किया। इस अवसर पर उन्होंने पर्यटन स्थलों में कचरे के प्रबंधन हेतु जन जागरूकता तथा श्रमदान के माध्यम से पर्यटन स्थलों को साफ करवाने एवं पेयजल हेतु भू जल स्त्रोतों के अत्यधिक दोहन को रोकने के लिए जल शक्ति अभियान के अंतर्गत समस्त शासकीय कार्यालयों एवं परिसरों में सर्वप्रथम सोख्ता गड्ढा बनाकर जल संग्रहण करवाने को कहा। ताकि वर्षा ऋतु में जल का संभरण पुनः भूमि में किया जा सके। बस्तर में सामाजिक बुराइयों जैसे मद्यपान, दांव की प्रथा आदि को ग्राम सभाओं के माध्यम से खत्म करने एवं ग्रामों के छोटे मामलों के लिए परम्परागत ग्राम न्यायालयों की व्यवस्था को जीवित करने को कहा। इस अवसर पर कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा, जिला पंचायत सीईओ डीएन कश्यप, एसडीएम बीआर ध्रुव, डी आर ठाकुर, डिप्टी कलेक्टर पवन प्रेमी, एएस राणा, गौतमचंद पाटिल सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।