18 वर्ष से अधिक उम्र वालों के टीकाकरण के लिए बनेगी कमेटी
रायपुर, छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना का टीका (वैक्सीन) निश्शुल्क देने का फैसला किया है। उनके टीकाकरण (वैक्सीनेशन) की प्रक्रिया एक मई से शुरू होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसके लिए वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की कमेटी गठित करने और टीकाकरण की कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिए हैं।
राज्य के नगर निगमों के महापौरों के साथ वर्चुअल बैठक में गुरुवार को मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी चिकित्सालयों में अग्निशमन की व्यवस्था की जांच-पड़ताल के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के लक्षण वाले लोगों को तत्काल दवाओं की किट देने की व्यवस्था की जानी चाहिए।
उन्होंने कोरोना से संक्रमित ऐसे लोग, जो होम आइसोलेशन में रहकर उपचार करा रहे हैं, उनके परिजनों को संक्रमण से बचाने के लिए मार्गदर्शन व एहतियात के तौर पर आवश्यक दवाएं भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव अमिताभ जैन और अपर मुख्य सचिव (गृह) सुब्रत साहू ने कलेक्टरों और निगम आयुक्तों को लाकडाउन की अवधि में आवश्यक सामग्रियों की घर पहुंच सेवा के क्रियान्वयन का निर्देश दिया है।
इसके अलावा नगरीय क्षेत्रों में रिक्त भवनों को कोविड केयर सेंटर के रूप में स्थापित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को सौंपने, जरूरतमंदों को फूड पैकेट का वितरण सुनिश्चित करने के साथ ही लोगों की सहुलियत के लिए कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए। वीडियो कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी और नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव अलरमेलमंगई डी. भी मौजूद रहे।
जरूरतमंदों के लिए सूखा राशन और गर्म भोजन की व्यवस्था करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने लाकडाउन की अवधि में राजनीतिक दल और दानदाताओं के सहयोग से जरूरतमंदों को सूखा राशन व गर्म भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टरों और निगम आयुक्तों को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने बाहर से आने वाले श्रमिकों व अन्य लोगों की कोरोना जांच की व्यवस्था के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इसके लिए रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडाें और राज्य के सीमावर्ती चेक पोस्टों पर कोरोना जांच टीम अनिवार्य रूप से तैनात की जानी चाहिए। बिना जांच बाहर से आने वाले को राज्य की सीमा में प्रवेश न दिया जाए।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया 43 फीसद संक्रमित शहरी
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने वर्चुअल बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में राज्य में कुल कोरोना संक्रमितों में से 43 फीसद लोग शहरी क्षेत्रों के हैं। कोरोना संक्रमितों के उपचार को लेकर सबसे ज्यादा दबाव भी शहरी क्षेत्रों में है। उन्होंने मेडिकल कालेजों में आइसीयू बेड की संख्या बढ़ाए जाने के संबंध में की जा रही कार्यवाही की जानकारी दी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राजनांदगांव मेडिकल कालेज में अव्यवस्था की शिकायत के मद्देनजर वहां के अस्पताल अधीक्षक को हटाने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति और आरटीपीसीआर टेस्ट सैंपल लिए जाने के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी।
सफाई कर्मियों को सुरक्षा उपकरण मुहैया कराने के निर्देश
बैठक को नगरीय प्रशासन मंत्री डा. शिव कुमार डहरिया ने भी संबोधित किया। उन्होंने साफ-सफाई व्यवस्था में लगे कर्मियों को सुरक्षा उपकरण जैसे मास्क, हैंड ग्लव्स व अन्य संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश निगम आयुक्तों को दिए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार महापौर व पार्षद निधि से कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए दवा, उपकरण और अन्य व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने गर्मी के मौसम को देखते हुए नगरीय क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति तथा पीलिया की रोकथाम के लिए विशेष उपाय किए जाने के निर्देश दिए।