नारायणपुर। जिले के ग्राम कड़ेमेटा में पुलिस कैम्प खोलने के बाद पुलिस द्वारा आसपास क्षेत्र में लगातार भ्रमण करने के दौरान क्षेत्र के ग्रामीणों द्वारा अपनी मुलभूत समस्याओं अवगत कराया जा रहा था। उक्त क्षेत्र पुलिस जिला नारायणपुर तथा राजस्व जिला कोण्डागांव एवं जिला बस्तर होने के कारण नारायणपुर एसपी मोहित गर्ग के प्रयास से ग्रामीणों की समस्याओं को प्रशासन के समक्ष रखने पहल किया गया। जिससे नक्सल प्रभावित अतिसंवेदशील ग्राम बेचा में ग्रामीणों की समस्याओं के निराकरण के लिए नारायणपुर पुलिस द्वारा पहल करने पर पहली बार ”कम्युनिटी पुलिसिंग” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कम्युनिटी पुलिसिंग कार्यक्रम के तहत आम जनता की समस्याओं से रू-बरू होने बस्तर आईजी सुन्दरराज पी., बस्तर कलेक्टर रजत बंसल, कोण्डागांव कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा, एसपी नारायणपुर मोहित गर्ग ग्राम बेचा, कड़ेनार, टेटम एवं आस-पास गांव के ग्रामीणजनों से मिलने ग्राम बेचा पहुंचे।
ग्रामीणों द्वारा प्रशासन के समक्ष मुख्य रूप से क्षेत्र में सड़क, पुलिया, अस्पताल, आंगनबाड़ी, देवगुड़ी, मोबाईल टावर, हेण्डपम्प की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग रखी गयी। जिस पर कलेक्टर बस्तर एवं कोण्डागांव के द्वारा शिविर में उपस्थित विभागीय अधिकारियों को सुविधा उपलब्ध कराने निर्देशित किया गया। आम जनता से शिविर में उपस्थित अधिकारियों द्वारा शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए उनका लाभ उठाने एवं आत्मनिर्भर होकर परिवार के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने प्रेरित किया गया तथा क्षेत्र में विकास कार्य के दौरान आम जनता को प्रशासन एवं पुलिस का सहयोग करने अपील किया गया। पुलिस विभाग द्वारा कम्युनिटी पुलिसिंग कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रामीणों को साड़ी, लुंगी, खेल सामग्री, क्रिकेट किट, व्हालीबाल व बच्चो को कापी, पुस्तक व पेन वितरण किया गया। इस कार्यालय में ग्राम बेचा, कड़ेनार, टेटम एवं आसपास क्षेत्र के महिला-पुरूष ग्रामीणजन बड़ी संख्या में शामिल हुए।
नक्सल प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण पहले शासन एवं पुलिस का विरोध करते थे, अब शासन एवं पुलिस के साथ मिलकर क्षेत्र का समग्र विकास करने को तत्पर है। समाज के कुछ लोग मुख्यधारा से भटक कर नक्सली संगठन में चले गये है उनको आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में जुडऩे और समर्पण नीति के अंतर्गत परिवार के साथ सामान्य जीवन यापन करने हेतु अपील किया गया। इस दौरान जिला नारायणपुर, कोण्डागांव व बस्तर के प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहें।