चक्रवाती तूफान यास का प्रभाव बंगाल और ओडिशा में दिखने लगा है। राज्यों में तेज हवाएं और बारिश शुरू हो गई है। वहीं NDRF की कई टीमें अलर्ट मोड पर है।
चक्रवाती तूफान यास का प्रभाव बंगाल और ओडिशा में दिखने लगा है। राज्यों में तेज हवाएं और बारिश शुरू हो गई है। वहीं NDRF की कई टीमें अलर्ट मोड पर है।
चक्रवाती तूफान में बदलने के बाद यास उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने लगा है। मौसम विभाग ने पहले ही बताया था कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल में आज से असर दिखने लगेगा। कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश शुरु हो गई है। चक्रवात ‘यास’ को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में उड़ीसा, बंगाल, आंध्र के सीएम और अंडमान के LG के साथ बैठक की थी और अस्पताल को पावर बैकअप सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे।
वहीं चक्रवात यास के मद्देनज़र पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की 10 और टीमें तैनात की गईं। राज्य में कुल 45 टीमें तैनात हैं।
इससे पहले रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यास से निपटने के लिए तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की और लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के निर्देश दिए थे।
यास तूफान को देखते हुए कोलकाता के बंदरगाहों जहाजों की आवाजाही को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का काम जारी है। वहीं ओडिशा सरकार ने एनडीआरएफ की 22 टीम, ओडीआरएफ की 50 टीम, पेड़ काटने वाली 35 टीमों को तैनात कर दिया गया है। मौसम विभाग ने यास तूफान को गंभीर श्रेणी में रखा है। यानी तूफान के टकराते ही 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेगी। जो कही ज्यादा तबाही मचा सकती है।