बिजली बिल के नाम पर जनता की जेब पर डाका – नरेन्द्र देवांगन..

कोण्डागांव। पत्रिका लुक
स्मार्ट मीटर लगने के बाद अचानक बढ़े बिजली बिलों ने उपभोक्ताओं की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कोंडागांव शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नरेन्द्र देवांगन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि डबल राज्य की सरकार आम जनता की जेब में डाका डाल रही है।
छत्तीसगढ़ पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (CSPDCL) द्वारा लगाए गए स्मार्ट मीटरों से शहरी व ग्रामीण उपभोक्ताओं का मासिक बिल दोगुना-चौगुना हो गया है। जिनका बिल पहले दो से पाँच सौ रुपये आता था, अब वह पन्द्रह सौ से चार हजार तक पहुँच गया है।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने जहाँ प्रति यूनिट केवल 20 पैसे वृद्धि की बात कही थी, वहीं उपभोक्ताओं का कहना है कि वास्तविकता इसके विपरीत है। उन्होंने आरोप लगाया कि खपत बढ़े बिना ही मीटर अधिक रीडिंग दिखा रहे हैं।
उपभोक्ताओं की नाराजगी
अचानक वृद्धि से गरीब व मध्यम वर्गीय परिवार आर्थिक संकट में। तकनीकी गड़बड़ी का संदेह, मीटर गलत आंकड़े दे रहे।
प्रीपेड मोड लागू होने की आशंका से चिंता और बढ़ी।
बिजली विभाग को बार-बार शिकायत करने के बावजूद अधिकारियों ने केवल “खपत अधिक होने” का हवाला देकर मामले को टाल दिया है।
महतारी वंदन योजना पर कटाक्ष
देवांगन ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं को महतारी वंदन योजना के तहत जो ₹1000 की सहायता दे रही है, वही राशि बिजली बिल में वसूल की जा रही है। यह गरीब परिवारों की जेब पर सीधा हमला है।
कांग्रेस की माँगें
कांग्रेस ने तीन बिंदुओं पर मांग रखी है –
1. स्मार्ट मीटरों की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
2. बढ़े बिलों की वसूली पर रोक लगाई जाए।
3. दोषपूर्ण मीटर हटाकर पुराने मीटर पुनः लगाए जाएँ।
देवांगन ने चेतावनी दी कि यदि समस्या का तत्काल समाधान नहीं हुआ तो कांग्रेस और उपभोक्ता उग्र आंदोलन करने पर बाध्य होंगे, जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।