कलेक्टर की पहल से तमिलनाडु से सबिना को लाया गया गृहग्राम
कलेक्टर ने मुलाकात कर सबिना को घर वापसी पर दी शुभकामनाएं
कोण्डागांव । पत्रिका लुक
विगत दिनों सोशल मीडिया में युवती द्वारा अपनी बहन को तमिलनाडु राज्य में बंधक बनाकर श्रम कराये जाने के संबंध में जानकारी दी गयी थी। जिस पर गंभीरता पूर्वक संज्ञान लेते हुए कलेक्टर दीपक सोनी द्वारा उक्त महिला से संपर्क किया गया। ग्राम कोंगेरा के माकड़ीपारा में रहने वाली कमशिला नेताम से अधिकारियों द्वारा संपर्क किया गया। जिस पर कमशिला के अस्वस्थ होने तथा अस्वस्थता के कारण कार्य छोड़ने से ईलाज का खर्च शेष होने तथा छोटी बहन की ईच्छा के विरूद्ध उसे अधिक श्रम वाले कार्यों में रखे जाने की बात बतायी गयी। इस दौरान कमशिला के पैरों में सर्प दंश के कारण घाव होने की जानकारी भी प्राप्त हुई। जिसे अज्ञानता वश कमशिला द्वारा ईलाज न कराये जाने पर ठीक न होने की बात पायी गयी। जिस पर कलेक्टर द्वारा संज्ञान लेते हुए तुरंत स्वास्थ्य विभाग के दल को कमशिला के घर भेजा गया एवं उनकी बहन की खोज हेतु श्रम निरीक्षक अमर सिंह खांडे के मार्गदर्शन में 04 सदस्यी दल को तमिलनाडू रवाना किया गया। जहां दल द्वारा कमशिला के द्वारा बताए गये पते अनुसार जिला कृष्णागिरी पहुंच स्थानीय जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर हुसूर तालुका में स्थित बीटी नांजूरेड्डी के फार्म में पहुंच कर टीम द्वारा सबिना से मुलाकात की गयी। मुलाकात में सबिना द्वारा स्वयं की मर्जी से अधिक श्रम लाभ प्राप्त करने हेतु कार्य पर आने की जानकारी देते हुए बताया कि वहां उससे अधिक श्रम कराया जा रहा था। जिसके कारण वह वापस लौटना चाह रही थी, परंतु लौट न सकी। ऐसे में जिला प्रशासन के दल द्वारा मुझे वापिस घर लाया गया है। जिससे मैं बहुत खुश हूं। सबिना ने कलेक्टर एवं दल के सदस्यों को सहृदय धन्यवाद दिया। कलेक्टर द्वारा घर वापसी पर सबिना से जिला कार्यालय में उसे लाने गये दल के साथ मुलाकात की। जहां उन्होने सबिना को सकुशल घर वापसी पर शुभकामनाएं देते हुए रेस्क्यू हेतु गये दल की प्रसंशा करते हुए पूरे दल को अच्छे कार्य के लिए बधाई दी। ज्ञात हो कि दल द्वारा फार्म संचालक से सबिना की मजदूरी के भुगतान रूप में 30 हजार रूपये एवं बड़ी बहन कमशिला के द्वारा किये गये कार्य की मजदूरी भुगतान के रूप में 80 हजार रूपये दिलवाये गये। इस दल में राजस्व निरीक्षक गिरीश चौहान, श्रम उप निरीक्षक निर्मल कुमार सोरी, पुलिस विभाग से सहायक उप निरीक्षक सुरेन्द्र कुमार बघेल एवं आरक्षक अरूण नेताम शामिल थे।