जानवर भी खाना पसंद नहीं करेंगे, घटिया स्तर के मध्यान भोजन में सफ्लाई होने वाला राशन को,
सप्लायर कर रहा स्तरहीन राशन सप्लायर, बच्चों को कुपोषित व बीमार करने का उठाया बीड़ा
कोंडागांव। जहां एक ओर बस्तर में नक्सल समस्या है वही दूसरी ओर नक्सल प्रभावित इलाके शहर के अर्बन नक्सल अपनी जेब भरने के लिए राज्य व केंद्र सरकार चलाई जा रही महत्वकांक्षी योजना को सेंधमारी करते हुए भष्ट्राचार कर अपनी जेब भरने का कार्य रहे हैं। शहरी अर्बन नक्सल इस लिए कहा जा रहा है क्यों कि ये लोग सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मध्यान्ह भोजन में बच्चों के दिया जाने वाला राशन तेल, दाल, अचार सहित सोयाबीनबड़ी इतने स्तरहीन सूखा राशन दिया जा रहा है जिसको पालतू क्या आवारा कुत्तों भी खाना नहीं चाहेंगे।
क्या है मामला
खण्डशिक्षा कार्यालय कोंडागांव क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला बयानार संकुल समन्वयक के प्राथमिक शाला बयानार में स्कूली छात्रों को पोष्टिक आहार योजना ( मध्यान्ह भोजन) देने का है पर इस योजना में भी भष्ट्राचारी के द्वारा भष्ट्राचार किया जा रहा है। खराब सूखा राशन की सफ्लाई कर अपने आप को धनवान बनने की कोशिश में लगे हैं सप्लायर।
कौन है सप्लायर
शहर के नेताओ के तलवे चाटने वाले या यूं कहें कि शहरी अर्बन नक्सली हैं जो बच्चों को घटिया राशन सप्लाई कर बच्चों को कुपोषित करने का पूरा बीड़ा उठा रखा हो शायद ऐसा प्रतीत होता है।
क्या कहते हैं संकुल समन्वयक
वही संकुल समन्वयक बयानार से फोन से पूछने पर बताया कि सप्लायर कौन है उसको नहीं जानता हूं वे लोग वाहन में सूखा राशन ले कर आते हैं और छोड़ कर चले जाते हैं । बिल के बारे में बताया कि बिल तो देते हैं पर हस्ताक्षर कराकर वापस ले जाते हैं । हमारे द्वारा बिल की मांग की जाती है पर तो अधिकारी से बात करने को बोला जाता है इस लिए हम लोग सोचते हैं की जिला में बैठे अधिकारी के द्वारा ही सप्लायर को भेजते होंगे इस लिए कुछ हम भी कुछ नहीं कहते हैं।
सरकारी अमला मौन क्यों
इस बारे में जब जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) कोंडागांव से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने बताया कि जिस स्कूल में जितने बच्चे हैं उतनी ही मात्रा में स्कूल वाले ही राशन खरीदी करते हैं। कोई भी बाहर का व्यक्ति सफ्लाई नही कर रहा है ज्यादा जानकारी के लिए विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) कोंडागांव से बात कर पूरी जानकारी ले सकेते है।
बीईओ कोंडागांव से संपर्क
जब इस बारे में बीईओ कोंडागांव से जानकारी हासिल करने के लिए जब 94242298586 पर जब संपर्क करना चाहा तो संपर्क नहीं हो पाया।
जिला प्रशासन
जिला प्रशासन से जब पूर्व में स्कूलों में सुखा राशन वितरण होने व खराब सूखा राशन वितरण की कई बार शिकायत भी कई दफा शिकायत भी हुई हैं। वही जिला प्रशासन के द्वारा जांच दल गठित कर जांच हेतु भेजा भी गया, पर जांच का क्या हुआ यह किसी को नही पता। इसके बारे में भी कई बार पूछा भी गया कि जांच का क्या हुआ उस पर जांच की जा रही है जांच प्रतिवेदन आने का इंतजार ही किया जाता रहा । खेर छोड़ो जांच तो होती रहेगी और जांच प्रभावित भी होती रहेगी यह तो अक्सर होता ही रहता है।
समाजिक कार्यकर्ता ने कहा
वही सामाजिक कार्यकर्ताओं से इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि आज कल सरकारे जन सेवा के लिए नही बल्कि अपने कार्यकर्ताओं के लिए बनती हैं।, यही कारण है कि सत्तासीन होते ही पार्टियों के कार्यकर्ता सप्लायर ओर ठेकेदार बन जाते हैं। गुणवत्ताहीन खाद्य सामग्री दे कर अपनी जेब भरते जा रहे हैं। अब चाहे उनके द्वारा दी गई राशन कोई खाए या फेके कोई फर्क नहीं पड़ता हैं। वही जिला प्रशासन इस लिए मौन है क्योंकि वह सत्तासीन पार्टी की सेवा कर रहे हैं ना की जनता की सेवा कर रहे हैं । अगर जनता की सेवा कर रही होती तो शायद स्तरहीन राशन सप्लायर करने वाले लोगों व सह देने वाले अधिकारी पर कानूनी कार्यवाही की जाती।
पंचनामा
स्कूलों में खराब सुखा राशन की जानकारी मिली तो जनपद पंचायत प्रतिनिधि के द्वारा सूखा राशन का निरक्षण व भौतिक सत्यापन किया गया जिसमें पाया गया की स्कूलों में दिया जाने वाला सूखा राशन खराब है। वही जनपद पंचायत के जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों के द्वारा पंचनामा बनाया गया है। पंचनामा में यह स्पष्ट उलेख किया गया है कि स्कूलो में दिया गया सूखा राशन खराब है। जनप्रतिधि के द्वारा पंचनामा को जिला कार्यालय में दे कर शिकायत की जाएगी।
कोंडागांव जिला बना भष्ट्राचार का चारागृहा लगातार नित नए कारनामे देखने व सुनने के साथ ही शोसल मीडिया में वीडियो वायरल होता हैं ओर खबर के प्रकाशन के बाद भी कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति की जाती हैं। बरहाल देखना यह होगा की इस पूरे मामले में कार्यवाही होती है या नही यह तो आने वाला समय ही तय करेंगा।