चेन्नईः एम के स्टालिन ने आज तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. स्टालिन ने पहली बार मुख्यमंत्री बनें हैं. स्टालिन ने अपना कार्यभार संभालने के बाद सबसे पहले कोरोना राहत के रूप में हर परिवार को 4,000 रुपये प्रदान करने के आदेश पर हस्ताक्षर किए. 2,000 रुपये की पहली किस्त मई महीने में दी जाएगी. सीएम स्टालिन ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार सभी स्टेट गवर्नमेंट इंश्योरेंश कार्डहोल्डर्स का निजी अस्पतालों में कोरोना संबंधित उपचार का खर्च वहन करेगी.
15 सदस्य पहली बार बनें मंत्री
स्टालिन के मंत्रिमंडल में उनके साथ 33 सदस्य शामिल किए गए गए हैं. इन 33 सदस्यों में 15 पहली बार मंत्री बनें हैं. वहीं, स्टालिन ने दपरईमुरुगन जैसे वरिष्ठ नेताओं को इस मंत्रिमंडल में बरकरार रखा है. आपको बता दें कि द्रमुक के नेता व पार्टी सचिव दपरईमुरुगन जल संसाधन मंत्री होंगे. इससे पहले वाली सरकार 2006-11 में वो लोक निर्माण मंत्री के पद पर थे. स्टालिन खुद गृह के अलावा सार्वजनिक व सामान्य प्रशासन समेत अखिल भारतीय सेवाएं और अन्य विभाग संभालेंगे.
सुबर्मणयन को मिला स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण विभाग
दुरुईमुरुगन उन 18 मंत्रियों में शामिल हैं जिन्हें इस बार भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. वहीं, चेन्नई के पूर्व मेयर एम सुब्रमणयन और पार्टी के नेता पी. के. सेकराबाबू पहली बार मंत्री बनेंगे. जानकारी के मुताबिक, सुबर्मणयन को स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण विभाग दिया गया तो वहीं, सेकरबाबू को हिंदू धार्मिक एवं धर्मार्थ प्रबंधन विभाग दिया गया.
इसके अलावा पी के सेकरबाबू, एस एस नसर, चेन्नई के पूर्व मेयर सुब्रमण्यन, द्रमुक पूर्व सचेतक और सखापानी, पी मूर्ति, आर गांधी, एस एस शिवशंकर सहित 33 मंत्री बनाए गए हैं.