छत्तीसगढ़

ठेले से उतरा राशन, वाहन से होम डिलीवरी की दी छूट, फिर भी आटा-दाल के लिए भटक रहे लोग

रायपुर। राजधानी समेत जिले में राशन-पानी के लिए लोगों को भारी किल्लत उठानी पड़ रही है। पहले आटा, दाल, चावल, तेल और नमक के लिए केवल ठेले से बेचने की अनुमति थी अब जिला प्रशासन ने छोटे वाहनों में पिकअप, मिनी ट्रक, छोटे वाहनों से सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक होम डिलीवरी करने की अनुमति दी है पर थोक दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं होने से चिल्हर दुकानदारों के पास पर्याप्त राशन ही नहीं है।

ऐसे में लोगों को राशन के लिए भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। साथ ही सब्जी, फल, राशन सभी में मनमानी दाम भी लगाए जा रहें हैं। कारोबारियों का कहना है कि स्टाक की किल्लत तो रहेगी क्योंकि अभी डूमरतराई थोक बाजार पूरी तरह से बंद है। उनके संस्थान में भी चीजें तो वहां से ही आती हैं और वहां से सामान ही नहीं आएंगे तो किल्लत की स्थिति पैदा होगी।

सुपर बाजार में भी नहीं मिल रही चीजें: जानकारी के मुताबिक किराना संस्थानों व सुपर बाजार में स्टाक की कमी बनी हुई है। इसकी वजह से लोगों की परेशानी और बढ़ गई है। व्यापारियों व सुपर बाजार संचालकों ने अपने ग्राहकों को होम डिलीवरी सुविधा के लिए मैसेज भेजने भी शुरू किए गए है। बताया जा रहा है कि संस्थानों में आटा, मैदा, सुजी, बिस्किट, बेसन की कमी पहले से ही बनी हुई है। सामानों की किल्लत बनी रही तो आने वाले दिनों में इसका फायदा भी दुकानदारों द्वारा उठाया जा सकता है और जमाखोरों द्वारा सामानों की कीमतों में और बढ़ोतरी की जा सकती है।

लाकडाउन लगने से पहले ही बिक गया माल

कारोबारी गिरीश रेलवानी ने बताया कि लाकडाउन के पहले हुई जबरदस्त बिक्री की वजह से कुछ सामानों की किल्लत बनी हुई है। कारोबारी मनीष राठौड़ का कहना है कि स्टाक की तो कमी बनी हुई है क्योंकि अभी थोक बाजार तो बंद है।

होम डिलीवरी की शर्त, कम से कम 500 रुपये की खरीदारी जरूरी:

कुछ सुपर बाजार व किराना संस्थानों द्वारा अपने संस्थानों में चस्पा कर दिए गए है कि उनके यहां होम डिलीवरी की सुविधा है। लोग इन नंबरों पर मैसेज कर अपने सामान मंगवा सकते है,लेकिन इसमें भी शर्त है कि कम से कम 500 रुपये की खरीदारी करनी होगी। ऐसे में थोड़े समान के लिए लोगों को भटकना मजबूरी है।

पिकअप, मिनी ट्रक में भी की जा सकती है होम डिलीवरी

सभी प्रकार की थोक मंडिया, फुटकर, ग्रासरी की दुकानें बंद रहेंगी। सुबह छह से दोपहर दो बजे तक फल, सब्जी, अंडा, किराना सामग्री, ग्रासरी की होम डिलीवरी केवल वेंडर, ठेले वाले, पिकअप, मिनी ट्रक आदि में किए जा सकते है। सब्जी-फल तो ठेले से बिक रहे हैं, अब एक-एक पर कार्रवाई करना उतना व्यवहारिक नहीं हो पा रहा है। अभी होम डिलीवरी के लिए छूट दी गई है। इसमें कोई बाधा नहीं है।

Patrika Look

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