शराब की होम डिलीवरी तो वैक्सीन के लिए कतार में क्यों?
रायपुर : छत्तीसगढ़ में सरकार ने शराब की होम डिलीवरी सोमवार से शुरू करने का फैसला किया है। वहीं, टीकाकरण केंद्रों पर लोगों की भीड़ और लंबी-लंबी कतार लग रही है। इसको लेकर विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया है।
भाजपा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) नेता कह रहे हैं कि जब शराब घर तक पहुंचाई जा सकती है तो लोगों के घर तक जाकर वैक्सीन (टीका) क्यों नहीं दी जा सकती। वहीं, शराब की होम डिलवरी के पीछे सरकार का तर्क है कि दुकानें बंद होने से शराब की तस्करी बढ़ गई है। लोग नशे के लिए जहरीला रसायन पी रहे हैं, जिससे उनकी मौत हो रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने ट्वीट किया-भूपेश सरकार को शाबासी दीजिए! कोरोना संकट में यह देश की पहली सरकार है, जो शराब की होम डिलीवरी करेगी। आपके घर राशन, दवाई और वैक्सीन पहुंचे या नहीं, लेकिन यह शराब जरूर पहुंचाएंगे। सोचिए! अस्पतालों में मरीज दम तोड़ रहे हैं, लेकिन इस सरकार को बस शराबियों की चिंता है।
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने बस्तर संभाग के लोगों से हुई चर्चा का ब्यौरा देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने दूध, दैनिक जरूरत की चीजों के लिए समय निर्धारित कर रखा है। अब शराब की आनलाइन बुकिंग के लिए समय तय कर दिया है।
सरकार कहती है कि अंत्योदय राशनकार्डधारक के पास तकनीकी सुविधा नहीं होने के कारण आनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कर पा रहे हैं तो सरकार को बताना चाहिए कि जिस स्प्रिट या जहरीली शराब पीने से हुई मौतों का हवाला देकर आनलाइन बुकिंग कर शराब की होम डिलवरी की जा रही है, वह स्प्रिट उन्हें कैसे हासिल होगी?
प्रदेश सरकार दोतरफा बातें कर रहीं है और वैक्सीनेशन (टीकाकरण) के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन से बचने की बदनीयती का प्रदर्शन कर रही है। बस्तर संभाग के कई युवाओं को टीका नहीं लगाया जा रहा है, जबकि अंत्योदय कार्डधारकों के टीकाकरण के बाद काफी वैक्सीन बच रही है।
पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा, कोरमी, जिला बिलासपुर में जो लोग कफ सीरप पीने से मरे हैं। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को उन्हें शहीद का दर्जा देकर मुआवजा देना चाहिए। क्योंकि उनकी शहादत से सरकार को दारू (शराब) बेचने का बहुप्रतीक्षित सुअवसर प्राप्त हुआ। महात्मा गांधी अमर रहे।
राजधानी में खास लोगों का पर्ची से टीकाकरण
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि तड़के से लोग वैक्सीनेशन के लिए लाइन लगाकर खड़े हो रहे हैं और उनमें से अधिकांश लोग बिना टीकाकरण के वापस लौट रहे हैं। वैक्सीनेशन के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराए ताकि लाइन में लगकर अपना समय जाया करने से राहत मिले। जब उनका नंबर जिस सेंटर में आए, वे वहां जाकर निर्धारित समय में अपना टीका लगवा सकें।
राजधानी के पं. दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में रविवार को पहुंचे 140 में से सिर्फ 45 लोगों का टीकाकरण हुआ। मूणत ने कहा कि वैक्सीनेशन के नाम पर कुछ खास लोगों को पर्चियां दी जा रही है। जब एक व्यक्ति ने वीडियो बनाना शुरू किया तो संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने बौखलाकर उस व्यक्ति का मोबाइल छीनकर तोड़ दिया।
शराब की होम डिलवरी तो टीके का आनलाइन पंजीयन क्यों नहीं
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा कि टीका लगवाने के लिए कतार में खड़े नागरिकों से उन्होंने बिरगांव के टीकाकरण केंद्र पर चर्चा की। सरकार आनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू न करके शारीरिक रूप से टोकन लेने के लिए मजबूर करके लोगों की जान से खेल रही है। जनता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पूछ रही है कि जब आप शराब की होम डिलीवरी कर सकते हैं, तो टीके के लिए आनलाइन पंजीयन क्यों नहीं?
अमित ने कहा कि 45 साल से कम उम्र का छत्तीसगढ़ का मैं पहला भूतपूर्व विधायक हूं, जिसने कतार में लगकर अपना टीकाकरण कराया है। छत्तीसगढ़ सरकार शारीरिक रूप से टोकन लेने के लिए मजबूर करके जान से खिलवाड़ कर रही है। घंटों जद्दोजहद के बाद मात्र 10 फीसद को ही टोकन मिल पाया।
जिनके नाम पर शराब बेचना शुरू किया वो नहीं करते आनलाइन खरीदी
भाजपा नेता अनुराग अग्रवाल ने कहा, आप आनलाइन शराब बिक्री प्रारंभ कर रहे हैं और बहाना बना रहे हैं कि अवैध शराब पीने से लोगों की मौत हो रही है। जिस वर्ग के लोगों की मौत हुई है, वह तो आनलाइन शराब खरीद भी नहीं पाएंगे।
बहाना छोड़िए भूपेश जी, जनता सब देख रही है। प्रकृति ने फिर अवसर दिया है, शराबबंदी की तरफ कदम बढ़ाइये। युवा नेता निश्चय वाजपेयी ने कहा, कोरोना टीका के लिए भीड़ लगाकर रजिस्ट्रेशन करने वाली भूपेश सरकार घर पहुंचाकर दारू बेच रही है। रजिस्ट्रेशन कराने में ही कोरोना न हो जाए, टीकाकरण का आनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो।