बीजिंग. भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर लगातार टकराव होते रहते हैं, मगर इन टकरावों को रोकने के लिए चीनी सेना के रिटायर्ड सैन्य अधिकारी ने कुछ रास्ते सुझाए हैं। चीन सीना यानी पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी के रिटायर्ड वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने सुझाव दिया है कि उनके देश और भारत को मौजूदा विश्वास बहाली उपायों का क्रियान्वयन करना चाहिए। साथ ही, सीमा विवाद को टकराव का रूप लेने से रोकने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से लगे सर्वाधिक खतरनाक क्षेत्रों में ‘बफर जोन’ बनाने के सर्वाधिक साहसिक कदम के साथ इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाना चाहिए।
भारत और चीन के सैनिकों के बीच गलवान घाटी सीमा झड़प के एक साल पूरे होने के मौके पर हांगकांग से प्रकाशित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट समाचार पत्र में मंगलवार को ‘चीन और भारत को सीमा गतिरोध पर आगे बढ़ने के लिए अतीत पर विचार करना चाहिए’ शीर्षक वाले आलेख में पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के वरिष्ठ कर्नल (सेवानिवृत्त) झाउ बो ने कहा, ‘यह जानलेवा घटना खौफनाक थी, जो बल प्रयोग नहीं करने के लिए दोनों देशों के बीच बनी दशकों पुरानी सहमति को तोड़ने के करीब थी।’