नई दिल्ली । देश में साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे में तमाम कंपनियां भी अपने ग्राहकों की सुरक्षा के लिए समय-समय पर अलर्ट करती रहती है। हाल ही देश की ख्यास टेलिकम्युनिकेशन कंपनी एयरटेल ने भी अपने ग्राहकों को अलर्ट करते हुए चेतावनी जारी की है। एयरटेल इंडिया के सीईओ (इंडिया, साउथ एशिया) गोपाल विट्टल ने कंपनी के 32 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों चेताया है कि साइबर फ्रॉड्स के मामलों में कस्टमर्स को फोन में ऐप्स इंस्टॉल करने के लिए कहा जाता है, यह ऐप्स यूजर्स के डिवाइस में इंस्टॉल सभी अकाउंट्स को ट्रैक कर सकते हैं। साथ ही कंपनी के सीईओ गोपाल विट्टल ने ऑनलाइन पेमेंट को लेकर हो रहे फ्रॉड को लेकर भी कंपनी के ग्राहकों को अलर्ट किया है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन फ्रॉड्स में पेमेंट्स करने के लिए सब्सक्राइबर्स के वन-टाइम पासवर्ड (OTP) और UPI जानकारी तक पहुंच बनाई जाती है।
ऑनलाइन ट्रांजैक्शंस बढ़ा तो साथ धोखाधड़ी में भी हुई बढ़ोतरी
गोपाल विट्टल ने एयरटेल सब्सक्राइबर्स को एक पत्र लिखते हुए कहा कि महामारी की दूसरी लहर और देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन के बीच Online लेन-देन तेजी से बढ़ा है। साथ ही साइबर फ्रॉड्स में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। यह दूसरा मौका है जब एयरटेल के CEO ने कंपनी के कस्टमर्स को सतर्क रहने से जुड़ी सलाह दी है।
उन्होंने कहा है कि महामारी के बीच हर कोई डिजिटली कनेक्टेड है, ऐसे में लोगों को साइबर फ्रॉड्स के जाल में नहीं फंसना चाहिए। यूजर्स को हर समय अपने ऑनलाइन एकाउंट को लेकर अलर्ट रहना चाहिए और ओटीपी कभी भी किसी से शेयर नहीं करना चाहिए।
2 तरीकों से हो रही है ऑनलाइन धोखाधड़ी
– जालसाज खुद को एयरटेल का कर्मचारी बताते हुए सब्सक्राइबर्स को कॉल या SMS करते हैं, जिसमें बताया जाता है कि यूजर का नो योर कस्टमर (KYC) पूरा नहीं है। कस्टमर्स को गूगल प्ले स्टोर से Airtel Quick Support ऐप इंस्टॉल करने के लिए कहा जाता है। जबकि एयरटेल का ऐसा कोई ऐप है ही नहीं। जब कस्टमर ऐप इंस्टॉल करता है तो उसे TeamViewer Quick Support ऐप की तरफ रीडायरेक्ट कर दिया जाता है, इस ऐप की मदद से जालसाज यूजर के डिवाइस को हैक कर लेते हैं और खाते से पैसा उड़ा देते हैं।
– दूसरे तरीके में ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले लोग हाइली-डिस्काउंटेड VIP नंबर्स देने के वायदे के साथ फोन कॉल करते हैं। ऐसे नंबर्स के लिए वह टोकन या बुकिंग अमाउंट के रूप में एडवांस पेमेंट करने का अनुरोध करते हैं। फंड्स मिलने के बाद जालसाल उस व्यक्ति के साथ अपने सभी कॉन्टैक्ट को बंद कर देते हैं। एयरटेल फोन पर VIP नंबर्स नहीं सेल करता है। साथ ही कभी भी यूजर्स से कोई थर्ड पार्टी ऐप्स डाउनलोड करने के लिए नहीं कहा जाता है। ऐसे में कंपनी के ग्राहकों को इस तरह से फ्रॉड से हमेशा बचना चाहिए।