करोडों के संदिग्ध ट्रांजेक्शन के मामले में पुलिस करा रही है अपनी किरकिरी- कृष्णकुमार ध्रुव
कोण्डागांव । पत्रिका लुक
करोडों रूपये के देश विदेश के विभिन्न खातों में किये गये संदिग्ध ट्रांजेक्शन के मामले पर पुलिस की ढिलाई के चलते मामले मे गिरफ्तार लोगों को न्यायालय से जमानत मिल जाने तथा आरोपियों के रिहाई हो जाने पर केशकाल विधानसभा के पूर्व विधायक ने हैरत जाहिर करते हुये कहा है की अगर पुलिस मामले की जांच करने में खुद को सक्षम नहीं पा रही है तो मामले को किसी सक्षम जांच ऐजेंसी को सौंप देना चाहिये था पर अपराध कायम करके समय पर ठोस सबूत सहित चालान जमा न करके संलिप्तों को बच जाने का खुला अवसर नहीं देना था ।
पूर्व विधायक श्री ध्रुव का कहना है की मामले को लेकर समय समय पर जिस तरह से समाचार पत्रों मे प्रमुखता से खबर प्रकाशित हुआ उससे यह लगने लगा था की बहुत बडा और बहुत गंभीर आर्थिक अपराध का मामला है जिसके तार देश के विभिन्न शहरों से लेकर विदेश तक जुडा है जिसकी सही ढंग से जांच होने पर बडे बडे नामी गिरामी सफेदपोश गिरफ्त में आ सकते हैं । परन्तु जिस तरह से मामले को टांय टांय फिस्स करने का काम हो रहा है उससे यह आशंका होना स्वाभाविक है की कंही नामी गिरामी प्रभावी सफेदपोशों एवं राजनेताओं ने दबाव बनाकर प्रदेश की पुलिस को आत्मसमर्पंण करने के लिये लाचार तो नहीं कर दिया है ।मामले मे न्यायालय के समक्ष ठोस सबूत पेश न करके और समय पर चालान पेश न करके गिरफ्तार लोगों को जमानत मिल जाने का जो मौका मिल गया उससे पुलिस की किरकिरी हो रही है तथा पुलिस पर ही सवाल खडा होने लगा है । पुलिस को जल्द ही जुबानी सफाई देकर अपना बचाव करने की बजाय ठोस प्रभावी कार्यवाही करके अपनी स्थिती स्पष्ट करना चाहिये या मामला किसी अन्य सक्षम ऐजेंसी को सौंप देना चाहिये ।