इंदौर। इंदौर शहर के दो बड़े अस्पतालों में भर्ती पुलिस अफसरों के स्वजन की मौत ने डाक्टरों को हैरान कर दिया है। कोविड-19 से संक्रमित होने के कारण भर्ती हुए दोनों मरीजों ने कोरोना से तो जंग जीत ली थी लेकिन साइटोकाइन स्टार्म से जिंदगी हार गए। साइटोकाइन प्रोटीन की एक श्रृंखला है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। वैसे तो कोरोना वायरस किसी रहस्य से कम नहीं है क्योंकि कई मरीजों में लक्षण नहीं होने के बाद भी फेफड़े 60 प्रतिशत संक्रमित मिले हैं। कई मरीज ऐसे भी हैं जिनमें पेट दर्द और उल्टी जैसे लक्षण होने पर कोरोना पाया गया है। अब डाक्टरों के सामने नई समस्या साइटोकाइन स्टार्म ने पैदा कर दी है।
विभिन्न अस्पतालों में कोरोना का उपचार करवा रहे कई मरीजों की मौत संक्रमण के बजाय साइटोकाइन स्टार्म से होने की पुष्टि हुई है। कुछ तो ऐसे मरीज थे जिन्हें कोरोना निगेटिव आने पर घर भेज दिया लेकिन साइटोकाइन स्टार्म के कारण दोबारा अस्पताल लाना पड़ा और उनकी मौत हो गई। डाक्टरों के मुताबिक वैसे तो साइटोकाइन घातक वायरस से संघर्ष और शरीर में पाए जाने वाले सेल्स से संवाद स्थापित करने में मदद करता है लेकिन इसकी अति सक्रियता घातक भी बन जाती है।