रायपुर। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन की समय सीमा को 15 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। संसदीय सचिव व विधायक विकास उपाध्याय ने इससे पहले लॉकडाउन को जारी रखने की मांग की थी। उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण से गंभीर हुए हालात धीरे-धीरे सुधरते अब दिख रहे हैं और इसकी मुख्य वजह लॉकडाउन ही है। ऐसे में इस स्थिति को और बेहतर बनाए रखने के लिए 15 मई तक लॉकडाउन को बढ़ाया जाना चाहिए।
उधर अधिकारियों को जारी एक निर्देश में यह भी कहा गया है कि बस्तर संभाग को अधिक सजग रहने की जरूरत है। आंध्रप्रदेश में एक नया वायरस/ स्ट्रेन पाया गया है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वह काफी घातक है और बस्तर में फैल सकता है। लिहाजा, वहां सीमावर्ती नियंत्रण को कड़ाई से लागू किया जाना चाहिए। सीमा पर चेकिंग और टेस्टिंग में सुधार करना चाहिए और लॉकडाउन को बढ़ाना चाहिए।
निर्देश में यह भी कहा गया है कि रायपुर और दुर्ग सिर्फ दो जिलो में जहां कोरोना के मामले कम हो रहे हैं, वहां भी लॉकडाउन को 15 मई तक बढ़ाना चाहिए, लेकिन वहां अधिक छूट दी जा सकती है। हालांकि, बाकी जिलों में लॉकडाउन का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए।
बताते चलें कि यह लगातार तीसरी बार है, जब रायपुर लॉकडाउन की समयसीमा को बढ़ाया गया है। रायपुर में नौ अप्रैल से 19 अप्रैल तक के लिए पहली बार दस दिनों के लिए बंदी की घोषणा की गई थी। इसके बाद इसे बढ़ाकर 26 अप्रैल तक और फिर पांच मई तक किया गया था।
वहीं, अन्य शहरों में अलग-अलग तारीखों से लॉकडाउन लगाया गया था। मगर, अब कोरोना की दूसरी लहर की वजह से जिस तरह पूरे देश में तबाही मची हुई है, उसे देखते हुए पूरे देश में एक साथ लॉकडाउन लगाने की मांग की जा रही है।
बताते चलें कि वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण की शुरुआत के बाद से अब तक पॉजिटिव पाए गए सात लाख 44 हजार 602 लोगों में से छह लाख 14 हजार 693 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इनमें से चार लाख 88 हजार 988 होम आइसोलेशन में रहकर स्वस्थ हुए हैं। वर्तमान में राज्य में मरीजों के ठीक होने की दर 82 प्रतिशत है। परंतु 15 मई तक यदि लॉकडाउन को लगाया जाए तो रिकवरी रेट 95 प्रतिशत तक हो सकता है।