कोरोना से पालकों को खो चुके विद्यार्थियों की फीस माफ करेगा महंत कॉलेज
रायपुर। कोरोना महामारी के संक्रमण से एक ओर जहां पूरा विश्व त्राहिमाम कर रहा है। लोग आर्थिक तंगी और अवसाद के दौर से गुजर रहे हैं। वहीं, कुछ परिवारों के मुखिया को भी कोरोना ने असमय काल के गाल में धकेल दिया है। ऐसे में उनके बच्चों की शिक्षा में कोई व्यवधान न आए, इसके लिए राजधानी के गांधी चौक स्थित महंत लक्ष्मीनारायण दास महाविद्यालय ने अनुकरणीय पहल की है। महाविद्यालय ने अब कोरोना से अपने माता या पिता को खो चुके विद्यार्थियाें का जारी सत्र का बकाया शुल्क पूर्णत: माफ करने का निर्णय लिया गया है।
केवल इतना ही नहीं बल्कि आगामी सत्र के शुल्क में भी 50 फीसद की रियायत देने की कॉलेज प्रबंधन ने घोषणा की है। इसके अतिरिक्त महाविद्यालय प्राध्यापकाें द्वारा ऐसे विद्यार्थियाें को पुस्तक और कापियां देने का निर्णय लिया गया है।
चार जोड़ी ड्रेस भी
महाविद्यालय में पूर्व से ही छात्राओं, मेधावी विद्यार्थियों और खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी का शुल्क में छूट प्रदान किया जाता है। इसी को देखते हुए समाजसेवी दानदाता और महाविद्यालय आईक्यूएसी सदस्य अशोक कुंडू, संजय आचार्य, गोपाल माखिजा आदि लोगों ने कोरोना से अपने पालकाें को खो चुके विद्यार्थियाें को चार जोड़ी ड्रेस देने की घोषणा की है।
इधर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. देवाशीष मुखर्जी ने कहा कि इस समय महाविद्यालय परिवार पीड़ित परिवार के साथ है। यह कदम उनके उनके माता-पिता की प्रतिपूर्ति तो नहीं कर सकता है, लेकिन जीवन को आगे ले जाने में सहायक जरूर हो सकता है। इस पहल पर महाविद्यालय के प्रबंध समिति के अध्यक्ष अजय तिवारी समेत अन्य सदस्यों ने शुभकामनाएं दीं।