कोरोना को दैवीय प्रकोप, प्राकृतिक आपदा घोषित कर पूर्ण निदान करें- महंत रामसुंदरदास
महंत ने कहा है कि महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार को राष्ट्रीय टीकाकरण की नीति को अपनाना चाहिए।
रायपुर। कोरोना महामारी के द्वितीय चरण की चपेट में संपूर्ण भारतवर्ष में त्राहि-त्राहि मची हुई है। अब विशेषज्ञों ने इसके तीसरे लहर के उत्पन्न होने की संभावना जताई ह। इससे पहले की तीसरे चरण की लहर तबाही मचाए, इसके लिए शासन को इस महामारी को दैवीय प्रकोप अथवा प्राकृतिक आपदा घोषित कर तेज गति से उचित निदान करना चाहिए। बिना किसी भेदभाव के टीकाकरण की गति को तेज करना चाहिए, तभी बीमारी से राहत मिलेगी। यह कहना है दूधाधारी मठ के महंत और छत्तीसगढ़ राज्य गोसेवा आयोग के अध्यक्ष रामसुंदर दास का।
महंत ने कहा है कि महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार को राष्ट्रीय टीकाकरण की नीति को अपनाना चाहिए। विश्व के उन देशों से जहां कोरोनावायरस के संक्रमण पर नियंत्रण प्राप्त हो चुका है वहां से सलाह मशविरा करके समय के पूर्व पूरे देश को टीका उपलब्ध कराए। साथ ही संसाधनों के समुचित उपयोग की व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए।