छत्तीसगढ़

सिलगेर पदयात्रा एवं सुकमा में सभा की अनुमति देने मनीष कुंजाम ने बस्तर कमिश्नर से की मुलाकात

कोंडागांव / सुकमा । पत्रिका
लुकसिलगेर से सुकमा तक पदयात्रा और सुकमा में सभा आयोजन हेतु कलेक्टर सुकमा द्वारा वांछित एवं उचित अनुमति नहीं देने से हैरान मनीष कुंजाम पूर्व विधायक कोंटा, राष्ट्रीय अध्यक्ष व सम्भागीय संयोजक अखिल भारतीय आदिवासी महासभा बस्तर सम्भाग समिति ने अपने साथियों के साथ 12 सितम्बर को जगदलपुर पहुंचकर कमिश्नर बस्तर से मुलाकात की और सिलगेर से सुकमा तक पदयात्रा करने और सभा करने की अनुमति देने के संबंध में पुर्नविचार करने हेतु लिखित आवेदन प्रस्तुत किया।

मनीश कुंजाम द्वारा प्रस्तुत आवेदन
कार्यालय कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी सुकमा का अनुमति पत्र क्रमांक 1312/पी./लि./ नस्ती क्र.-102/2022/सुकमा दिनांक 05.09.2022 सिलगेर से सुकमा तक की पदयात्रा व सभा करने की अनुमति के संबंध में पुर्नविचार किया जाए। अखिल भारतीय आदिवासी महासभा बस्तर सम्भागीय समिति द्वारा 19 सितम्बर से 26 सितम्बर 2022 तक सिलगेर से सुकमा तक पदयात्रा व सभा करने की योजना व कार्यक्रम है। इस बाबत् 23 अगस्त को कलेक्टर को पत्र देकर अनुमति चाही गयी थी।  उक्त पत्र के परिपालन में 5 सितम्बर 2022 को कलेक्टर सुकमा द्वारा हमारे आवेदन पत्र के जवाब में मुझे एक पत्र प्रेषित कर पदयात्रा की इजाजत नहीं दी गई है और 26 सितम्बर 2022 की सुकमा में सभा करने अनुमित तो दिया गया, परन्तु उसमें केवल सुकमा नगर पालिका क्षेत्र के स्थानीय लोग शामिल हो सकेंगे की शर्तें रखी गयी है। उक्त शर्त के मुताबिक स्वयं आवेदक उक्त सभा में शामिल नहीं हो सकेगा, इससे बड़ा मजाक नहीं हो सकता है। संविधान हमें अधिकार देता है कि अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण आंदोलन कर सकते हैं। प्रशासन हमें बेमतलब कारणों को बताकर ऐसे आंदोलन करने से नहीं रोक सकता है, आंदोलन करना प्रजातांत्रिक अधिकारी है। पदयात्रा व सभा करने की पूरी तैयारी हो चुकी है और इसे पूरा करेंगे। आदिवासी महासभा ने बस्तर में बड़े-बड़े आंदोलन किए हैं, कभी कोई अशांति या भगदड़ नहीं हुआ है। सिलगेर से सुकमा तक प्रशासन सुरक्षा नहीं भी देगी तो हम सुरक्षित और शांतिपूर्ण पदयात्रा कर लेंगे और सभा भी होगी। सुरक्षा का बहाना बनाकर हमारे लोकतांत्रिक अधिकार को खत्म न किया जाये। उक्त तथ्यों के साथ मनीष कुंजाम ने कमिश्नर से अनुरोध किया है कि उनके आवेदन पर संवैधानिक प्रावधानों के अनुरूप विचार कर 19 सितम्बर से 26 सितम्बर 2022 तक सिलगेर से सुकमा तक की पदयात्रा एवं वांछित सभा की अनुमति प्रदान की जाए।
बस्तर कमिश्नर ने दिया आश्वासन
मनीष कुंजाम द्वारा प्रस्तुत तर्कों को सुनकर एवं आवेदन को पढ़कर कमिश्नर बस्तर श्याम धावडे द्वारा आश्वासन दिया गया कि उनकी मांग के अनुरुप यानि पदयात्रा करने व वांछित सभा का आयोजन करने देने हेतु सुकमा कलेक्टर को आवश्यक निर्देश देंगे। कमिश्नर बस्तर से मुलाकात कर मुल समस्या के समाधान हेतु चर्चा किए जाने के दौरान मनीश कुंजाम द्वारा सुकमा जिले की अन्य समस्याओं एफ.आर.ए. पांचवी अनुसूची आदि पर भी चर्चा की गई। मनीष कुंजाम के साथ उनके साथी महेष कुंजाम, मंगल जगदलपुर,शैलेश शुक्ला व मुकेश मण्डावी कोण्डागांव उपस्थित रहे।
मनीष कुंजाम ने मीडिया को बताया
इस दौरान मनीश कुंजाम ने प्रेस से चर्चा करते हुए बताया कि कलेक्टर सुकमा द्वारा अनुमोदित और डिप्टी कलेक्टर द्वारा जारी सभा आयोजन हेतु जारी अनुमति पत्र बेहद हास्यास्पद और असंवैधानिक प्रतित होने के कारण ही उन्हें कमिश्नर बस्तर से मुलाकात एवं चर्चा करने के लिए सुकमा जिले से जगदलपुर तक आने को मजबूर होना पड़ा। अनुमति पत्र में मुख्य व वांछित मांग यानि पदयात्रा और सभा करने देने की अनुमति जिस अंदाज में दी गई है, वह बेहद अलोकतांत्रिक है और लगता है कि राजनीतिक दबाव के कारण ऐसी अनुमति दी गई है। हम उक्त अलोकतांत्रिक अनुमति पत्र को मानने को बाध्य नहीं हैं। सिलगेर से सुकमा तक पदयात्रा और वांछित सभा किया जाएगा।

सूत्र-सीपीआई द्वारा प्रेसनोट।

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