विधायक धनेन्द्र साहू ने किया टीकाकरण केंद्र का निरीक्षण
नवापारा राजिम। स्थानीय शासकीय आदर्श हरिहर उधातर माध्यमिक विद्यालय में सोमवार से 18 वर्ष पूरा कर चुके लोगो का टीकाकरण प्रारम्भ हुआ। लोगों को सुविधा मिले इसके लिए दो अलग-अलग भागों में बाट कर ए पीएल, बीपीएल, अंत्योदय व फ्रंट लाइन वर्कर को काउंटर तैयार कर टीका लगाया जा रहा है। शुभारंभ अवसर का जायजा लेने क्षेत्रीय विधायक धनेन्द्र साहू टीकाकरण सेंटर पहुंचे। दोनों काउंटर सहित पूरे टीकाकरण केंद्र का निरिक्षण करने के बाद व्यवस्था पर संतुष्टि जाहिर की। उन्होंने कहा कि लोगों में टीकाकरण को लेकर बड़ा उत्साह है। सभी 18 पल्स वाले लोगों से अपील करते हुए कहा सभी वेक्सिनेशन जरुर कराएं। इस वैश्विक महामारी से निपटने में यही एक कारगर हथियार है।
इस दौरान नपा अध्यक्ष धनराज मध्यानी, पूर्व नपा उपाध्यक्ष जीत सिंग, विधायक प्रतिनिधि व एल्डरमैन रामा यादव, एसडीएम निर्भय साहू, तहसीलदार कृष्ण कुमार साहू, नायब तहसीलदार लकेश्वर किरण, मुख्य नगर पालिका अधिकारी राजेन्द्र पात्रे, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ। तेजेन्द्र साहू, थाना प्रभारी कृष्ण चंद्र सिदार, पटवारी धीरज कुमार शर्मा, इंजीनियर संजय मोटवानी, संतोष पवार, एल्डरमैन शाहिद रा, पार्षद अजय कोचर, मंगराज सोनकर, निर्माण सिंग यादव, सौरभ सोनी, मेघनाथ साहू, राजा चावला, राकेश सोनकर, बल्लू साहू, सौरभ सोनी, पोखराज साहू, चंदन साहू आदि उपस्थित थे।
भाजपा ने टीकाकरण को लेकर दिए सुझाव, सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
भाजपा ने 9 सुत्रीय विभिन्ना मांगों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सोमवार को सौंपा। जिला अध्यक्ष राजेश साहू एवं जिला महामंत्री अनिल चंद्राकर ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति भयावह होते जा रही है। इस संकटकाल में भारत में ही बने दोनो टीके फिलहाल हमारे लिए आशा की एकमात्र किरण है, लेकिन प्रदेश में टीकाकारण के संबंध में हो रही राजनीति दुखद है। इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ को कोरोना से मुक्त बनाने के लक्ष्य की और आगे बढ़ने भाजपा द्वारा राज्य की कांग्रेस सरकार को 09 सूत्रीय सुझाव प्रेषित किए गए हैं।
सुझाव में कहा है कि उधा न्यायालय के संबंधित आदेश के अनुपालन में प्रदेश में टीकाकरण के लिए भेदभाव रहित नीति बनाए जाए, ऐसी नीति जिसमें सर्व समाज का हित निहित हो। अन्त्योदय, बीपीएल और एपीएल श्रेणी के लिए अलग-अलग कस्बों में केंद्र का निर्माण किया जाना निहायत ही अव्यावहारिक निर्णय है। हर केंद्र पर सभी श्रेणी के बूथ होने चाहिए। भारतीय टीके के खिलाफ प्रदेश में राजनीतिक कारणों से लगातार दुष्प्रचार किये गए, इस कारण गांवों-कस्बों में टीका लगाने गए कर्मियों पर हमले की खबरें लगातार आ रही है। ऐसे कर्मियों की सुरक्षा का प्रबंध हो। टीकाकर्मियों का पर्याप्त बीमा भी हो, साथ ही जनमानस में फैलाई गयी भ्रांतियों को दूर करने प्रदेशव्यापी जन-जागरण अभियान चलाया जाना चाहिए। टीके की वर्तमान कमी का एक कारण समय से आर्डर नहीं दे पाना भी है। हमारे पड़ोसी राज्य ने अनुमति मिलते ही 8 करोड़ टीकों के लिए आदेश कर दिया, जबकि हम अंतिम दिन तक पत्र लिखते रहे। अतः आग्रह है कि अनावश्यक पत्राचार न कर त्वरित निर्णय लें। प्रदेश में करीब 2.50 लाख टीके बर्बाद हुए हैं। इसे रोकने केरल मॉडल से प्रेरणा लें। वहां उन्होंने वेस्टेज फैक्टर के मद्देनजर दिए जाने वाले खुराक का बेहतरीन उपयोग कर केंद्र द्वारा मिले कुल डोज का 102 प्रतिशत टीकाकरण कर लिया, इससे सीखना चाहिए।