जिला अस्पताल में ‘दीदी की रसोई’ का विधायक सुश्री उसेंडी ने किया शुभारंभ..

मरीजों को मिलेगी सस्ती और स्वच्छ भोजन सुविधा
कोण्डागांव । पत्रिका लुक
जिला अस्पताल परिसर में आज बिहान समूह की महिलाओं द्वारा संचालित ‘दीदी की रसोई’ कैंटीन का शुभारंभ विधायक सुश्री लता उसेंडी और कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना ने किया। कैंटीन का संचालन शिव स्व-सहायता समूह की छह महिलाओं द्वारा की जाएगी। कैंटीन की शुरुआत से अस्पताल में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को सस्ती, स्वच्छ और घर जैसी भोजन सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। साथ ही मरीज चाहें तो अपना राशन देकर भी यहाँ भोजन बनवा सकेंगे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक सुश्री उसेंडी ने महिलाओं के इस प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि भोजन बनाना आसान कार्य नहीं है और समूह की महिलाओं द्वारा की गई मेहनत अनुकरणीय है। ‘‘कुछ माह पहले यह स्थान बेहद जर्जर था, आज इसे देखकर गर्व होता है कि यह जगह इतनी साफ-सुथरी और आकर्षक कैंटीन में बदल गई है। साफ-सफाई बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है,’’ उन्होंने कहा। विधायक ने महिलाओं से भोजन की गुणवत्ता और स्वाद बनाए रखने की अपील की। उन्होंने आगे कहा कि
मुख्यमंत्री द्वारा महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए योजनाएँ चलायी जा रही हैं ताकि महिलाएँ परिवार और समाज में मजबूत भूमिका निभा सकें। महिला सशक्तिकरण की वास्तविक परिभाषा तब साकार हुई जब राशन कार्ड महिलाओं के नाम पर बनना शुरू हुआ। साथ ही प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना एवं अन्य योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिला कृषकों से संवाद करते प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली राशि के बारे में पूछा और जिन्हें लाभ नहीं मिल रहा उन्हें लाभ लेने हेतु प्रोत्साहित किया।
नगरपालिका अध्यक्ष नरपति पटेल ने कहा कि अस्पताल में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों से आने वाले लोगों को भोजन की सबसे अधिक परेशानी होती थी, लेकिन इस कैंटीन से अब उन्हें राहत मिलेगी।
कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना ने कहा कि अस्पताल में आने वाले बच्चों, बुजुर्गों एवं परिजनों की भोजन संबंधी चिंता दूर करने यह पहल की गई है। उन्होंने लोगों को दान देने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति दाल, चावल या आर्थिक सहयोग दे सकता है। इससे प्रेरित होकर शहर के गोपाल दीक्षित ने 51 सौ रुपये का दान अपने स्वर्गीय पिता के पुण्यतिथि पर दिया।
ने बताया कि पहले मरीजों और परिजनों को खुद भोजन बनाना पड़ता था, अब यह समस्या दूर होगी। ‘‘यह एक शुरुआत है, आने वाले समय में ब्लॉक स्तर पर भी ऐसी रसोई शुरू करने की योजना है,’’ उन्होंने कहा।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रीता शोरी, जिला पंचायत सदस्य नंदलाल राठौर, प्रेम सिंह नाग, कुलवंत चहल, मनोज जैन, दीपेश अरोरा, हर्षवीर ढिल्लन और ननकी वैष्णव सहित जिला पंचायत के सीईओ अविनाश भोई, अपर कलेक्टर चित्रकांत चार्ली ठाकुर, एसडीएम श्री अजय उरांव स्थानीय जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
बिहान समूह की महिलाओं को मिला आय का नया जरिया
‘दीदी की रसोई’ सिर्फ सेवा का माध्यम नहीं बल्कि महिला सशक्तिकरण की मिसाल भी है। बिहान समूह की छह महिलाएँ इस कैंटीन का संचालन कर रही हैं, जिससे उन्हें नियमित आय का अवसर मिलेगा। यह पहल ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने और रोजगार प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
जिला मिशन प्रबंधक एनआरएलएम ने बताया कि इस कैंटीन के माध्यम से न केवल मरीजों के परिजनों को भोजन की सुविधा होगी, बल्कि चिकित्सकों के लिए भी टिफिन सुविधा होगी। साथ ही दीदी की रसोई में मरीजों के परिजनों के लिए प्रति रात्रि 10 रुपए की दर से रुकने की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी।