देश में बैकफुट पर नक्सली, छह वर्ष में घटनाओं में 47 फीसद की कमी
रायपुर: नक्सलियों से मुक्त कराए गए 42 जिले। 95 से 53 जिलों में सिमटा दायरा।देश के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस और सुरक्षाबलों का दबदबा बढ़ा है। छह वर्षों में नक्सलवाद का दायरा घटने के साथ ही वारदातों में भी कमी आई है। इस दौरान 920 ये अधिक नक्सली सुरक्षाबलों की गोलियों का शिकार हुए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार 2010 में देश में 95 जिले नक्सल प्रभावित थे। 2020 में ऐसे जिलों की संख्या में 44 फीसद की कमी आई है। देश में अब केवल 53 जिले नक्सलवाद प्रभावित रह गए हैं। इसी तरह नक्सल प्रभावित थानों की संख्या में 51 फीसद की कमी आई है। 2010 में 464 की तुलना में 2020 में 266 थाने नक्सल प्रभावित रह गए हैं।
गृह मंत्रालय की इस रिपोर्ट के अनुसार 1989 के बाद 2017 में पहली बार नक्सली घटनाओं की संख्या एक हजार से कम हुई है। 2017 से 2020 के बीच नक्सली हिंसा की घटनाओं में 2009 से 2014 के बीच 47 फीसद की कमी आई है। नक्सली हिंसा की सबसे ज्यादा 2,258 घटनाएं 2009 में हुई हुई थी। यह 2020 में 665 रह गई।
वहीं नक्सल हिंसा में सुरक्षाबल के जवानों और आम लोगों के हताहत होने की संख्या भी करीब 80 फीसद की कमी आई है। 2010 में 1005 की मौत हुई थी, 2020 में यह आंकड़ा 183 रहा। इसकी तुलना में सुरक्षा बलों की गोलियों के शिकार होने वाले नक्सलियों की संख्या में वृद्धि हुई है। 2009 से 2014 के बीच 728 नक्सली मारे गए थे। 2015 से 2020 के दौरान यह आंकड़ा बढ़कर 920 हो गया।