नक्सलियों ने जारी किया दो प्रेस नोट, 26 को भारत बंद का आव्हान
बीजापुर । छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सल मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने व जवानों से मिलने बस्तर पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के वापस लौटते ही नक्सलियों ने अपना बयान जारी किया है। नक्सली नेता अभय ने प्रेस नोट जारी कर गृहमंत्री अमित शाह के बदला लेने वाले बयान पर पलटवार किया है। दूसरे प्रेस नोट में दक्षिण सब जोनल कमेटी ने जारी करते हुए भारत सरकार के संरक्षण में सुरक्षा बल ऑपरेशन प्रहार के नाम पर क्रांतिकारियों के आंदोलन को दबाने का आरोप लगाया है। उन्होने जनआंदोलन के समर्थन में एक अप्रैल से 25 अप्रैल तक क्रांतिकारी विचार धाराओं का प्रचार एवं 26 अप्रैल को भारत बंद का आव्हान किया है।
नक्सली नेता अभय ने कहा कि हमला को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का बदला लेने वाला बयान असंवैधानिक है। बयान पर नक्सल नेता ने कहा कि किस-किस से बदला लेंगे। नक्सली नेता अभय ने कहा कि जवानों की मौत के लिए केंद्र, राज्य व नार्थ ब्लाक जिम्मेदार हैं। उसने मुठभेड़ों में शहीद जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए कहा कि संगठन की लड़ाई जवानों से नहीं हैं। नक्सली नेता ने कहा कि सरकार की तरफ हथियार उठाने की वजह से संगठन को उनसे लडना पड़ता हैं। वहीं नक्सली नेता अभय ने कहा कि पिछले चार माह में देश के अलग-अलग हिस्सों में 28 नक्सली मारे गए हैं।
नक्सलियों ने इसके साथ ही एक और प्रेस नोट दक्षिण सब जोनल कमेटी ने भी जारी कर सुरक्षाबलों को प्रहार अभियान से दूर रहने की नसीहत दी है। नक्सलियों ने पर्चे में ऑपरेशन प्रहार का विरोध करते हुए केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। प्रधानमंत्री के अलावा छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, सुरक्षा सलाहकार विजय कुमार और आईजी पी सुंदरराज के नाम का भी उल्लेख किया है। नक्सलियों ने पर्चे में फर्जी प्रकरण बनाकर निर्दोष ग्रामीणों को फर्जी नक्सली प्रकरण में जेल भेजने का आरोप लगाया है।