रायपुर में दोपहर तक नौ की मौत, जशपुर, सरगुजा और सुकमा में नाइट कर्फ्यू
रायपुर।कोरोना संक्रमण का तेजी से बढ़ता ग्राफ खतरनाक साबित हो रहा है। छत्तीसगढ़ में इस वक्त हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। अकेले दुर्ग जिले में एक दिन में टेस्टिंग के दौरान करीब 46 प्रतिशत केस सामने आए। इसी तरह प्रदेश के अन्य जिलों में भी संक्रमण बढ़ता जा रहा है। इसको देखते हुए लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू पर आज देर शाम तक घोषणा हो सकती है। फिलहाल, जशपुर, सरगुजा और सुकमा में नाइट कर्फ्यू मंगलवार रात से ही लगा दिया गया है।
रायपुर में मंगलवार को सुबह से दोपहर दो बजे तक नौ लोगों की मौत हो गई। कालीबागड़ी केंद्र में कोरोना टेस्ट कराने वालों की कतार लगी है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार लॉकडाउन की ओर कदम बढ़ा सकती है। लॉकडाउन को लेकर सरकार ने सोच-विचार शुरू कर दिया है। अधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की जा रही है। दावा किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसकी घोषणा कर सकते हैं।
सुकमा में आज से नाइट कर्फ्यू लगा
कलेक्टर विनीत नंदनवार ने सुकमा में नाइट कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी कर दिया है। रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगा रहेगा। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने यह फैसला लिया है।
शारीरिक दूरी व मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है। कोविड नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
जानिए स्वास्थ्य मंत्री ने क्या कहा
वहीं, स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने लॉकडाउन के विषय पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने दुर्ग में आ रहे नए मामलों पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने टेस्टिंग की संख्या व पॉजिटिव आ रहे मरीजों के आंकड़ों पर भी विशेष ध्यान दिया। दुर्ग के आंकड़े का हवाला देते हुए उन्होंने कहा अगर, इसी तरह के आंकड़े सामान्य रूप से आते रहे तो लॉकडाउन पर सरकार विचार कर सकती है।
इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने लॉकडाउन के विकल्प पर कहा कि राज्य और देश ने पहले भी स्थिति के अनुरूप इस विकल्प को चुना है और अब भी परिस्थिति को देखकर इसे चुना जा सकता है। लेकिन लॉकडाउन संक्रमण को रोकने का समाधान नहीं है। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने अन्य जिलों के बढ़ते मामलों पर गंभीरता व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि दुनिया ने तय किया है कि लॉकडाउन हल नही है। दुर्ग जिला में 46 प्रतिशत केस टेस्ट के दौरान आए। हर दो में एक पॉजिटीव आ रहा है। टेस्टिंग कम है, ऐसी स्थिति सामान्य रूप से बनती है तो लॉकडाउन की तरफ सोचना होगाा।
बता दें कि 27 मार्च को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने आवास पर कोरोना प्रभावित जिलों के प्रभारी मंत्रियों और उच्चाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी। मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के कलेक्टर को लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू का अधिकार दे दिया था।
हर दिन लगेगा दो लाख टीका
एक अप्रैल से प्रारंभ हो रहे 45 वर्ष से अधिक आयु सीमा के व्यक्तियों के कोरोना टीकाकरण पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने भी प्रयास किया था कि हम 1 लाख व्यक्तियों टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करें, जिसमें 27 मार्च को एक लाख 14 हज़ार 805 नागरिकों के टीकाकरण में हम सफल रहे हैं। इस लक्ष्य कि प्राप्ति से हमें संतोष हुआ है कि हम अपनी क्षमता को समझ रहे हैं और लक्ष्य पूरा करने में सफल भी हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब हमने प्रतिदिन दो लाख व्यक्तियों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा है, जिसमें हम आने वाले दिनों में कम से कम दो लाख लोगों का कर सकेंगे। यह व्यवस्था विभाग द्वारा बनाई जा रही है।