लॉकडाउन में कोई भी नहीं सोयेगा खाली पेट, पार्षद निधि से बंटेगा राशन
रायपुर। लॉकडाउन के दौरान गरीब और जरूरतमंद को अब खाने के लिए नहीं भटकना पड़ेगा। रायपुर नगर निगम के पार्षद अपनी निधि से एक लाख रुपये का राशन अपने-अपने वार्ड में बांट सकेंगे। रायपुर नगर निगम की तरफ से जल्द ही दुकान निर्धारित की जाएगी उसके बाद पार्षद राशन खरीदकर बांटने का काम करेंगे। राजधानी में लॉकडाउन में गरीब और जरुरमंद को रोजी-रोटी की समस्या से जूझना न पड़े।
इसे देखते हुए नगर निगम ने ऐसा फैसला लिया है। नगर निगम के जोन क्रमांक दो अध्यक्ष ने बताया कि पार्षद निधि के एक लाख रुपये से राशन के साथ ही जरुरमंदों को मास्क और सैनिटाइजर बांटने का काम भी किया जाएगा। वहीं, नगर निगम के अधिकारी का कहना है कि आदेश आ गया है जल्द ही दुकान निर्धारित की जाएगी।
ज्ञात हो कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने राजधानी में कोहराम मचा दिया है। कोरोना की चेन तोड़ने के लिए जिला प्रशासन ने रायपुर में 26 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा दिया है। लॉकडाउन के चलते रोजी मजदूरी करने वाले लोगों के सामने दो वक्त की रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इसलिए शासन ने यह निर्णय लिया है कि पार्षद निधि का एक लाख रुपये से पार्षद अपने-अपने वार्ड में राशन बांट सकेंगे।
वर्तमान में रायपुर नगर निगम अंतर्गत कुल 70 पार्षद हैं। इसलिए अब 70 लाख रुपये से राजधानी में राशन बांटने का काम नगर निगम द्वारा किया जाएगा। शासन के इस निर्णय से अब कोई गरीब भूखा नहीं सोएगा।
निधि के तहत एक साल के लिए पार्षदों को मिलते हैं चार लाख रुपए
पार्षद निधि से पार्षदों को एक साल में कुल चार लाख रुपये मिलते हैं। कोरोना के संक्रमण से निजात दिलाने के लिए पार्षद निधि से एक लाख रुपये खर्च कर सकेंगे। शासन के इस निर्णय से शहर के गरीब तबके और अन्य लोगों को मिलेगा।
राशन कार्ड नहीं, फिर भी मिलेगी मदद
रायपुर नगर निगम क्षेत्र में ऐसे भी गरीब हैं, जिन्होंने किसी कारणवश अब तक राशन कार्ड नहीं बनवा पाए हैं। पार्षद व महापौर निधि से इन गरीबों को फायदा मिलेगा। पार्षद व महापौर गरीबों को फौरीतौर पर मदद कर सकेंगे। जानकारी के मुताबिक उक्त राशि से चावल तेल, दाल के अलावा खाद्य सामग्री के तौर पर दैनिक उपयोग के सामान शामिल हैं।