सोनोग्राफी कराने मरीजों को लेना पड़ रहा निजी अस्पतालों का सहारा
जिला चिकित्सालय में सोनोग्राफी के लिए मरीजों को मिला 15 दिन बाद का समय।
कोण्डागांव । पत्रिका लुक
लोगो को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला चिकित्सालय में करोड़ों की लागत से तकनीक उपकरणों सहित कर्मचारियों की नियुक्ति कर निजी चिकित्सालयो की तरह सर्व सुविधा युक्त तमाम संसाधनों से लैस किया गया , ताकि गंभीर व सामान्य बीमारियों के मरीजों को उपचार के लिए रायपुर व विशाखापट्टनम जैसे महानगरों का रुख करना नहीं पड़े और समय व पैसे व्यर्थ ना हो ,रियायती दर पर ही लोगो को जिले के अंदर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल सके, मरीजों को लाभ भी मिल रहा लेकिन बीते कुछ महीनों से चिकित्सालय में अव्यवस्थाओं का आलम बना हुआ है, चिकित्सालय में तमाम संसाधन उपलब्ध होने के बाद भी मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा।। गर्भवती महिलाओं सहित अलग-अलग बीमारियों से ग्रसित मरीजों को चिकित्सकों द्वारा सोनोग्राफी कराने कहां जाता है, ताकि सोनोग्राफी का परिणाम देख मरीजों की बीमारी का बेहतर उपचार कर सकें, लेकिन जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों द्वारा मरीजों को सोनोग्राफी कराने कहन के बाद जैसे ही मरीज सोनोग्राफी कक्ष में पहुंचते हैं ,उन्हें सोनोग्राफी कक्ष में उपस्थित सहायक कर्मचारी रेडियोलॉजिस्ट के अभाव में सप्ताह में महज 3 दिन सोनोग्राफी होने की बात कहते हैं और सोनोग्राफी करने के लिए मरीजों को निर्धारित तारीख देते है , सोनोग्राफी कराने मरीजों को 15 से 20 दिनो बाद का समय मिलता है, उपचार के अभाव में गंभीर स्थिति से गुजरते मरीजों को जिला चिकित्सालय में सोनोग्राफी के लिए पखवाड़े भर इंतजार करने से बेहतर नगर में स्थित निजी संस्थान संस्थानों की ओर मरीजों को सोनोग्राफी कराने रुख करना पड़ता है।। सोनोग्राफी कराने पहुंचने वाले मरीजों का दावा डॉक्टर ने जांच के बाद सोनोग्राफी कराने कहां है सोनोग्राफी कराने के लिए सोनोग्राफी कक्ष में गए तो वहां कार्यरत नर्स ने हमें सप्ताह में 3 दिन सोनोग्राफी होने सहित 15 फरवरी का समय दिया है, जिस दिन आकर सोनोग्राफी कराना है, मरीज को काफी दिक्कत है 15 दिन इंतजार करना मुश्किल है इसीलिए निजी संस्थान में सोनोग्राफी कराने जा रहे।जिला चिकित्सालय के सोनोग्राफी कक्ष में उपस्थित कर्मचारी से जब हमने सोनोग्राफी कराने के लिए प्रतिमाह पहुंचने वाले लोगों की जानकारी मांगी तो उन्होंने उच्च अधिकारी की अनुमति के बिना जानकारी देने से इनकार किया।
डॉक्टर आर सी ठाकुर सिविल सर्जन प्रभारी जिला चिकित्सालय के मोबाइल नंबर पर शुक्रवार दोपहर को लगातार संपर्क करने के बाद भी संपर्क नहीं हो सका।