पीएल पुनिया की बंद कमरे में चर्चा खत्म: बृहस्पत सिंह मामले में साधी चुप्पी, कहा- वो मामला खत्म, इस बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता
रायपुर। छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह को लेकर शुरू हुआ सियासी ड्रामा अभी खत्म नहीं हुआ है. प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के विधानसभा परिसर में चल रहे मुलाकात और चर्चा का दौर खत्म हो गया है. लेकिन इस चर्चा के बाद नजीता क्या निकला, वो अभी तक सामने आया है.
प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने विधानसभा में सीएम के बंद कमरे में चर्चा की. पुनिया की पहले विधायक बृहस्पत सिंह, चिंतामणि महाराज, मंत्री टीएस सिंहदेव, फिर मुख्यमंत्री भूपेश और विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत से भी अलग-अलग चर्चा हुई. चर्चा के बाद पुनिया ने कहा कि सभी से मुलाकात करने आया था, चर्चा हुई है.
विधायक बृहस्पत सिंह मामले में पीएल पुनिया ने मीडिया के सामने चुप्पी साध ली. उन्होंने कहा कि वह मामला खत्म हो गया है. इस बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता. विधायक द्वारा एफआईआर पर कहा कि यह मामला मेरा नहीं है और न ही मैंने कोई आरोप लगाया है. इसमें मैं कुछ नहीं कहूंगा.
बता दें कि विधायक कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह के काफिले पर 24 जुलाई की रात हमला हुआ था. जिसके बाद 25 जुलाई को उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर मंत्री टीएस सिंहदेव पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा कि मुझे जान का खतरा है. मुझ पर हमले के पीछे मंत्री टीएस सिंहदेव का हाथ है. महाराजा हैं मेरी हत्या करा सकते हैं. हत्या कराने से अगर सिंहदेव मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो उन्हें ये पद मुबारक़ हो. मंत्री सिंहदेव कांग्रेस विधायकों का अपमान करते हैं. उन्होंने कहा था कि ऐसे मंत्री को पद पर रहने का अधिकार नहीं है. हालांकि विधायक की बैठक के बाद मंत्री टीएस सिंहदेव और विधायक बृहस्पत सिंह एक साथ नजर आए थे.
विधायक बृहस्पति सिंह का TS सिंह देव पर गंभीर आरोप, कहा- महाराजा हैं मेरी हत्या भी करा सकते हैं
इस पर मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा था कि अभी ज्यादा कुछ कहना सही नहीं होगा. ऐसा उन्होंने भावनाओं में आकर कह दिया होगा. मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि सरगुजा के लोग जानते हैं, क्या कैसे रहे हैं. जनता मुझे जानती है. उन्होंने कहा कि हो सकता है बृहस्पति सिंह को मुझसे नाराजगी हो. बाबा लोगों के लिए जो मदद कर सकते हैं, वो करते रहेंगे. सब समय के हिसाब से देखें. कोई भी बात सामने आती है, तो उसका निराकरण भी होता है. पुनिया जो कहेंगे वही होगा. मुझे दिल्ली में कहा जाएगा, तो वहां भी बताउंगा. मैं इस मसले पर ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा.