जिला चिकित्सालय में 3 मेजर व 5 माइनर सर्जरी कर, रतन मंडावी का बचाया हाथ
–बस्तर संभाग में प्लास्टिक सर्जरी करने वाला पहला सरकारी अस्पताल
सुकमा। पत्रिका लुक (विनय कुमार दत्ता)
शासन-प्रशासन के सहयोग से स्वास्थ्य के क्षेत्र में विस्तार के साथ ही लगातार जिला चिकित्सालय अपने सफलता के नये आयाम गढ़ रहा है। जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की टीम ने एक बार फिर कमाल करके दिखाया है। डॉक्टरों ने रतन मंडावी की 3 मेजर और 5 माइनर सर्जरी करके उसका हाथ बचा लिया गया। रतन मंडावी का हाथ डामर प्लांट की चपेट में आने से कोहनी की मांसपेशियां पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी थी। हादसे के बाद हाथ को काटने तक की नौबात आ गई थी। इन मामलों में सर्जरी बेहद कठिन हो जाती है और सामान्यतः ऐसे मामले प्लास्टिक सर्जन ही करते हैं।
जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों की टीम ने समय पर रतन मंडावी के हाथ की जटिल सर्जरी कर हाथ को कटने से बचा लिया। आधुनिक टेक्नालाजी और विशेषज्ञ डाक्टरों की वजह से जिला अस्पताल में यह बड़ी उपलब्धि संभव हो पाई है। डॉक्टरों ने मंडावी की 3 मेजर और 5 माइनर सर्जरी के बाद आज किशोर का हाथ पहले की तरह कार्य करने लगा है। युवक के पिता लालू मंडावी कहते है कि उन्हें उम्मीद ही नहीं थी कि उनके बेटा का हाथ दोबारा काम करेगा। यह हमारे लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है।
अस्पताल में सर्जरी हुई है इससे इस बात का पता लगता है कि हमारे चिकित्सकों की विशेषज्ञता से आम जनता को पूरा लाभ मिल रहा है। सर्जन और उनका स्टाफ पूरी तन्मयता से जटिल सर्जरी भी कर रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा अस्पताल की अधोसंरचना को बेहतर करने की दिशा में जो काम किया गया है उसका अच्छा नतीजा देखने में आ रहा है। चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ की प्रशंसा- कलेक्टर हरिस एस. ने जिला अस्पताल के चिकित्सकों एवं मेडिकल स्टाफ की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सुकमा जैसे क्षेत्र में भी मेजर सर्जरी होने लगी है। जिला अस्पताल में इस प्रकार की जटिल सर्जरी हुई हैं जिन्हें महानगरों में ही किया जा सकता है। यह सबके आपके लगन और निष्ठा की वजह से संभव हो पाया है।