छुरा। विकासखंड छुरा के तहसील कार्यालय के पीछे शासकीय जमीन को बेचने और खरीदने वाले को पुलिस जेल दाखिल कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक आदिवासी ब्लाक छुरा के तहसील कार्यालय के पीछे स्थित शासकीय जमीन खसरा नंबर 121 रकबा 0.07 हेक्टेयर को नगर छुरा राजापारा निवासी रमेशर व बिशेसर निषाद ने 2014 में तत्कालिन हल्का पटवारी नटेश्वर नायडु के साथ मिलीभगत कर पहले अपने नाम पर नामांतरण कराया फिर तहसील कार्यालय छुरा से उक्त भूमि के संबंध में ऋण पुस्तिका भी तैयार करा लिया। जिसे रमेशर व बिशेसर निषाद द्वारा पीड़ित प्रदीप पांडेय व भूपेंद्र सेन को 60,000-60,000 रुपये में बिक्री पत्रक तैयार कर रजिस्ट्री करा दिया गया था।
प्रदीप पांडेय व भूपेन्द्र सेन द्वारा उक्त भूमि पर मकान निर्माण कार्य प्रारंभ करने से वास्तविकता के संबंध में व स्वयं के साथ धोखाधड़ी होने की जानकारी हुई। जिससे पीड़ितों द्वारा थाना छुरा में इसकी लिखित शिकायत की गई। जांच दौरान शिकायत सही पाए जाने पर आरोपितों के विरुद्घ अपराध पंजीबद्घ कर विवेचना की जा रही थी। प्रकरण में 16 जून को थाना प्रभारी छुरा निरीक्षक संतोष भुआर्य के नेतृत्व वाली संयुक्त टीम ने आरोपित पटवारी नटेश्वर नायडु व भूमि विक्रेता रमेशर निषाद को हिरासत में लेकर पूछताछ की। अपराध स्वीकार करने पर दोनों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। वहीं एक अन्य विक्रेता बिशेसर निषाद की दो-तीन वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है। उपरोक्त कार्रवाई में थाना छुरा के निरीक्षक संतोष भुआर्य, सउनि नीलूराम दीवान, आरक्षक रविशंकर नेताम, नरेन्द्र साहू, ललित नेताम, शिवदयाल नागेश, डेकेश्वर सोनी की भूमिका रही।