अवैध रेत उत्खन्न कवरेज पर पहुंचे पत्रकारों पर हमला,वाहन हुआ छतिग्रस्त
जिले में रेत माफियाओं के हौसले बुलंद जेसीबी व ट्रैक्टर हाईवा लेकर खुलेआम कर रहे नदी नालों से रेत उत्खनन
रेत माफियाओं के द्वारा आज पत्रकार पर कल अधिकारियों पर भी हो सकता है हमला
कोण्डागांव। पत्रिका लुक
जिले में रेत माफियाओं के हौसले खनिज विभाग के द्वारा कार्यवाही नहीं होने के चलते दिनोंदिन बुलंद होते जा रहे हैं,माफिया इतने निर्भय हो चले है कि अवैध रेत उत्खन्न की शिकायत पर कवरेज के लिए पहुंचे पत्रकारों के ऊपर हमला करने से भी बाज नही आ रहे है।मामला जिला कोण्डागाँव के फरसगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बरकई के समीप भंवरडीग नदी का है जहाँ अवैध रेत खनन का कार्य निरंतर जारी है, जिस पर फरसगांव के पत्रकार कुलजोत संधु अन्य पत्रकार भरत भारद्वाज के साथ अवैध रेत उत्खन्न की मिल रही शिकायत पर समाचार कवरेज के लिए निकले थे, उसी दौरान भंवरडीग नदी में ट्रैक्टर द्वारा अवैध रेत खनन का कार्य किया जा रहा था मोटर साईकल से दोनों पत्रकार फोटो और जानकारी लेने भंवरडीग नदी के नीचे पहुंचते ही अवैध रेत खनन कर रहे ट्रैक्टर क्रमांक सीजी 27 A 1864 के वाहन चालक के द्वारा पत्रकारों को देख गाड़ी भगाने का प्रयास करने लगा इस दौरान ट्रैक्टर के वाहन चालक के द्वारा तेज गति व लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए रिवर्स करने के दौरान पत्रकार कुलजोत सिंह संधु के वाहन क्रमांक सीजी 27 सीजी B 9961 को क्षतिग्रस्त कर दिया अवैध रेत खनन करने वाले माफियाओं के द्वारा पत्रकारों को नुकसान पहुंचाने की नियत से यह कृत्य किया गया है आपको बता दें कि विगत दिन पूर्व रेत अवैध खनन की खबर को प्रमुखता के साथ फरसगांव के पत्रकारों ने प्रकाशित किया गया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ट्रैक्टर मालिक फरसगांव निवासी कांग्रेस के कद्दावर नेता का बताया जा रहा है साथ ही रेत के अवैध खनन का कार्य रेत माफियाओं और ठेकेदारों द्वारा करवाया जा रहा है जिस पर खनिज विभाग के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जाती है जिससे स्पष्ट दर्शाता है की रेत अवैध खनन कार्य खनिज विभाग के इशारे पर चल रहा है । रेत माफियों के हौसले इतने बुलंद हो गए है की रेत के अवैध खनन की खबर प्रकाशित करने वाले पत्रकारों को नुकसान पहुंचाने की नियत से यह यह कदम उठाया जा रहा है । पत्रकार कुलजोत संधु के द्धारा थाना फरसगांव ट्रैक्टर क्रमांक CG 27 A 1864 के खिलाफ मामले पर शिकायत भी दर्ज करवाई गई है । पुलिस की जांच के पश्चात ही रेत का अवैध उत्खनन करने वाले वाहन मालिक का नाम स्पष्ट हो पायेगा । समय रहते रेत माफियाओं पर अंकुश नहीं किया गया तो वो दिन दूर नही जब कोई सरकारी कर्मचारियों रेत माफियाओं पर कार्रवाही करने पहुंचे और उन पर भी हमला ना हो जाए।