कोरोना वायरस से खतरे में पूरा देश ? केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को लिखा पत्र, आवश्यक कार्रवाई का सुझाव
देश में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. खास तौर पर महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल समेत 6 राज्यों ने चिंता बढ़ा दी है. इन राज्यों में तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. इधर कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों और प्रशासकों को पत्र लिखकर COVID19 स्थिति के मद्देनजर जिला स्तर पर आवश्यक कार्रवाई करने का सुझाव दिया है.
पत्र में केंद्र ने राज्यों से कहा है कि अपने यहां लोगों को कोरोना के गाइडलाइन पालन करने के लिए जागरूक करें और जो नहीं मानते उनके खिलाफ सख्ती करें.
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि जिन दस जिलों में सर्वाधिक उपचाराधीन मामले हैं, उनमें पुणे (59,475), मुंबई (46,248), नागपुर (45,322), ठाणे (35,264), नासिक (26,553), औरंगाबाद (21,282), बेंगलुरु नगरीय (16,259), नांदेड़ (15,171), दिल्ली (8,032) और अहमदनगर (7,952) शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि तकनीकी रूप से दिल्ली में कई जिले हैं, लेकिन इसे एक जिले के रूप में लिया गया है. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने कहा, कोरोना संबंधी स्थिति बद से बदतर हो रही है. पिछले कुछ सप्ताहों में, खासकर कुछ राज्यों में, यह एक बड़ी चिंता विषय है. किसी भी राज्य, देश के किसी भी हिस्से या जिले को लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए.
उन्होंने कहा, हम काफी अधिक गंभीर स्थिति का सामना कर रहे हैं, निश्चित तौर पर कुछ जिलों में लेकिन पूरा देश जोखिम में है, इसलिए रोकने (संक्रमण के प्रसार को) और जीवन बचाने के सभी प्रयास किए जाने चाहिए. पॉल ने कहा, अस्पताल और आईसीयू संबंधी तैयारियां तैयार रहनी चाहिए. यदि मामले तेजी से बढ़े तो स्वास्थ्य देखरेख प्रणाली चरमरा जाएगी.