दूल्हे के ठुमके ने लगाई कोरोना गाइडलाइन की वॉट
कोंडागांव। कोरोना की दूसरी लहर में देश मे लाखों लोग संक्रमित हुए हैं और संक्रमण के चलते कइयों ने अपनी जान गवा दी और कई ऐसे लोग वेंटिलेशन में कोरोना संक्रमण की लड़ाई में अपने जीवन के लिए संघषरथ हैं। पर कुछ लोग अब भी नासमझी कर रहे हैं ओर लगातार कोरोना गाइडलाइन का पालन नही कर रहे और लगातार शादियों में भीड़ जमा कर कोरोना फैलाने का कार्य कर रहे हैं। ऐसा ही कुछ मामल पूर्व में कोंडागांव जिला में देखने को मिला जैसे ग्राम पंचायत कुम्हारापरा में भी 4 से 5 शादियां हुई और जिला प्रशासन की टीम ने जब कोरोना जांच में पहुंची तो दो दिनों में 80 से अधिक लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। ऐसा मंद बुद्धि के लोगों के द्वारा ही किया जा रहा है पर एक सरकारी नौकरी वाला व्यक्ति अगर ऐसा करे तो उसे क्या कहंगे मंद बुद्धि या अनपढ़? अनपढ़ तो नहीं कहा जा सकता। आपको बता दें कि कोंडागांव जिला व माकडी ब्लॉक अंतर्गत आने वाला ग्राम भिरागांव में एक सरकारी कर्मचारी की शादी के दौरान विवाह स्थल पर डीजे की धुन पर देर रात तक बड़ी तादाद में ग्रामीण युवक युवतीया थिरकते हुए का वीडियो वायरल हुआ है।
किस विभाग में है कर्मचारी
सूत्र बता रहे है कि वन विभाग कोंडागांव का कर्मचारी बताया जा रहा है। जिसकी शादी रस्म 4 मई से सुरु होकर आने वाले 6 मई गुरुवार ढलती शाम बिखरती चांदनी तक ग्राम भीरागांव में प्रतिभोज किया जाना बताया गया हैं।
शादी के कार्ड में कोरोना का पालन की जानकारी
शादी समारोह में शामिल होने वालों लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन का ज्ञान बाटने वाला खुद कोरोना फैलाने के लिए मंड़वा की रात को डीजे की धुन में गाइडलाइन का वॉट लगा दी हैं। क्या ऐसे में कोरोना का संक्रमण रुकेगा या बढ़ेगा? यह तो शादी करने वाला दूल्हा ही बता सकता हैं।
दूल्हे ने भी लगाया ठुमका
वारयल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि अपने दोस्तों या रिस्तेदारो के साथ दूल्हा डीजे की धुन में डांस करते हुए दिखाई देता है। दूल्हा तो मुंह मे मास्क बांधकर नाच रहा है पर उसके साथ नाचने वाले के मुंह मे कोई मास्क नहीं । मतलब यह है कि तुम को हो जाए कोरोना हम रहे स्वस्थ।
6 को होगा प्रतिभोज का आयोजन
शादी करना और शादी के लड्डू खाना हर किसी को अच्छा लगता हैं पर कोरोना काल मे शादी के लड्डू खाने के लिए गाइडलाइन जिला प्रशासन ने जारी की है पर शादी के लड्डू के लिए ढलती शाम बिखरती चांदनी तक क्या लोगो को लड्डू खिलाओगे या कोरोना का कहर व्यक्तियों पर गिराएंगे।
नहीं है कोई भय आखिर क्यों
कोरोना काल में इस दूल्हे को जिला प्रशासन या कोरोना का भय गाइडलाइन का पालन क्यों नहीं। इसके बारे में सूत्र बताते हैं कि वन विभाग का कर्मचारी होने के साथ ही जनप्रतिनिधि का रिस्तेदार होना बताया जा रहा है। हो सकता है की दूल्हे के मन मे यह सोच घर कर गई होगी कि ””’सैयां भए कोतवाल तो डर किस बात का”'” मतलब यह कि जब जनप्रतिनिधि पावर फूल रिस्तेदार है तो डर किस बात का। तभी तो बेखोफ होकर बड़े धूमधाम से 5+5 के स्थान पर बड़ी तादात में कूद कूद कर नाचते रहे पर जिला प्रशासन तक खबर नही पहुंची सोचनीय विचार हैं।
आम लोगों का क्या कहना
इस वारयल वीडियो को देखकर नगर सहित जिले के लोगों का कहना हैं कि कोरोना काल मे इतनी धूमधाम से शादी करना मतलब कोरोना को बुलाना हैं पर जिला प्रशासन के द्वारा इसकी जानकारी अभी तक नही पहुंचाना यह तो हो ही नही सकता। कुछ अन्य लोगो का कहना है कि जिला प्रशासन मात्र गरीब तबके के लोगों की शादी में जाकर चलानी कार्रवही करती हैं इस पर अभी तक क्यों नही हुई कार्रवाही। बरहाल देखना होगा कि जिला प्रशासन की नींद कब टूटेगी ओर कब कार्रवाही करेंगी।
हो सकता हैं
जिला प्रशासक ने कोरोना गाइडलाइन के अनुसार शादी का परमिशन दी गई पर शादी में बड़ी संख्या में लोग पहुंचने की खबर जिला प्रशासन को किसी ने नहीं दी, नहीं तो जिला प्रशासन के द्वारा शादी पर लापरवाही करता है।
टीप- पत्रिका लुक इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता हैं।
देखें वीडियो—