छत्तीसगढ़

युवोदय स्वयं सेवक की सजगता से मासूम बच्चे की बची जान

कोंडागांव पत्रिका लुक।
दूरस्थ एवं वनांचल ग्रामों में ग्राम विकास के साथ-साथ ग्रामीण युवाओं को सामाजिक एवं नैतिक दायित्व से जोड़ने के उद्देश्य से गठित युवोदय संगठन के स्वयं सेवक अपनी जिम्मेदारियों का सराहनीय निर्वहन कर रहे हैं। इसकी बानगी ग्राम मर्दापाल के सीमावर्ती वनांचल ग्राम कड़ेनार में देखने को मिला। इसके तहत् उक्त गांव के तबियत खराब होने के पश्चात् अत्यंत गंभीर अवस्था में पहुंच चुके 04 साल के मासूम बच्चे की जान युवोदय स्वयं सेवक के त्वरित निर्णय एवं सजगता से बच सकी।
प्राप्त सूत्रों के अनुसार ग्राम कड़ेनार के आश्रित पारा डोडेम निवासी सम्पत कोर्राम के 04 वर्षीय पुत्र सुभाष कोर्राम की तबियत अचानक 21 मई को खराब हो गई। घबराये हुए अपढ़ मां-बाप द्वारा सर्वप्रथम ग्राम्य परम्परा के अनुरूप ग्रामीण सिरहा और गुनिया के समक्ष ज्वर पीड़ित बच्चे को ले जाया गया। जहां बच्चे की स्थिति जस की तस रही। इस क्रम में जैसे ही युवोदय कार्यकर्ता  एवं आयुषकर्मी को वस्तुस्थिति की जानकारी हुई तो उन्होंने तत्काल बच्चे को उप स्वास्थ्य केन्द्र कड़ेनार में भर्ती कराया। परंतु वहां पर भी कोई आशाजनक स्थिति को न देखते हुए मर्दापाल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में बच्चे को उपचार हेतु ले जाया गया। दुर्भाग्यवश बच्चे का स्वास्थ्य में कोई परिवर्तन नहीं दिखा। बच्चे की बिगड़ती हालत देखकर युवोदय के स्वयं सेवकों ने तुरंत जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी को दूरभाष करके बच्चे की गंभीर स्थिति की जानकारी दी गई। इस दौरान चिकित्सक ने उन्हें बिना देर किये तत्काल जिला चिकित्सालय लाने को कहा। जिला चिकित्सालय में भर्ती उपरांत बच्चे का चिकित्सक द्वय डॉ0 रूद्र कश्यप एवं डॉ0 बघेल द्वारा सघन चिकित्सा एवं उपचार प्रारंभ किया गया। फलस्वरूप दूसरे दिन बच्चा बेहोशी की हालत से बाहर आ गया। इस प्रकार युवोदय के स्वयं सेवकों की संवेदनशीलता एवं तात्कालिक निर्णय से एक मासूम बच्चा मौत के मुंह से बाहर आया। अपने बच्चे को स्वस्थ देखकर हर्षित माता-पिता ने चिकित्सकों का आभार भी जताया। बच्चे के उपचार के दौरान जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ0 टीआर कुंवर, आयुष विभाग डॉ0 चन्द्रभान वर्मा, युवोदय कोंडानार चैम्प कार्यकर्ता प्रकाश बागड़े एवं समस्त स्टॉफ (शिशुरोग) उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा गांव के क्षमतावान युवाओं को गांव के विकास में उपयोग करने के उद्देश्य से ‘युवोदय कोंडानार चैम्पस‘ अभियान प्रारंभ किया गया है। इसके अंतर्गत गांव के उत्साही युवाओं को गांव के सामाजिक, आर्थिक विकास हेतु एक स्वयं सेवी के रूप में कार्य करने हेतु अवसर प्रदान किया जायेगा और इस प्रकार युवाओं के दल ग्राम के अंदर समाहित समस्याओं जैसे लिंग असमानता, बच्चों के विरूद्ध अपराध, अस्वच्छता एवं कुपोषण जैसी समस्याओं के विरूद्ध प्रशासन का सहयोग करके ग्राम विकास एवं प्रगति में अपना योगदान दे पायेंगे साथ ही इन स्वयं सेवियों को कौशल विकास एवं स्व-सहायता समूहों के माध्यम से रोजगार कार्यक्रमों से जोड़कर ग्रामीणों को आर्थिक रूप से सक्षम बनने हेतु प्रेरित करने का कार्य भी दिया जायेगा।

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