सामान खरीदने में व्यस्त था मालिक, ड्राइवर कार लेकर फरार, गिरफ्तार
रायपुर। माना पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत कार चोरी की घटना का मामला दर्ज किया गया था। जिस पर पुलिस ने आरोपित को 10 दिन में खोज कर सलाखों के पीछे भेज दिया। आरोपित धर्मेंद्र मारकंडे इससे पहले भी कार की चोरी की वारदात को अंजाम दे चुका था। आरोपित की निशानदेही पर दूसरी कार को भी जब्त कर लिया गया है।
माना थाना प्रभारी दुर्गेश रावटे ने बताया कि गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर निवासी मुविश कुमार लहरे अपनी कार में ड्राइवर धर्मेंद्र मारकंडे के साथ 25 मई को निजी काम के सिलसिले में अभनपुर आया हुआ था। काम खत्म करने के बाद वापस अपने घर लौट रहा था, तभी माना बस्ती के पास एक किराना दुकान में सामान खरीदने के लिए रुका।
इस दौरान ड्राइवर बिना बताए कार लेकर फरार हो गया। कार में दो लैपटॉप, एक मोबाइल, एटीएमए और कुछ कागजात भी थे। घटना के बाद कार मालिक ने इसकी रिपोर्ट माना थाने में दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्रवाई की।
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि तकरीबन 10 माह पहले भी उसके द्वारा कुर्रा नवापारा राजिम से भी कार की चोरी की थी। जिसे चंगोराभाटा निवासी पंकज चंद्राकर को बेचना बताया। पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर पंकज के पास से कार को जब्त किया।
अब मोबाइल टावर लगाने एनओसी के नाम पर आ रहे काल, ट्राई कर रहा आगाह
लाटरी लगने, एटीएम खराब होने, बीमा इंश्योरेंस आदि के नाम पर आ रहे फर्जीवाड़ा काल्स के बाद अब मोबाइल टावर लगाने के लिए एनओसी दिलाने भी फर्जी काल आने लगे हैं। दूरसंचार विनियामक आयोग (ट्राई) ने इसके लिए लोगों को आगाह किया है कि ऐसे किसी भी फर्जी काल के चक्कर में लोग न आएं। ट्राई इस प्रकार से एनओसी जारी नहीं करता।