नेताओं का फोटो सप्लाई व फर्जी बिल लगा स्कूलों से उगाही करने की साजिश रचने वाले तत्कालीन बीईओ, बीआरसी को गिरफ्तार
स्कूली बच्चों के खराब राशन सप्लाई करने वाले सप्लायर पर कार्रवाही कब
कोंडागांव पत्रिका लुक।
पत्रिका लुक ने 31 मार्च 2021 को “”भष्ट्राचार में जिला को नम्बर वन में लाने की कोशिश में लगे भष्ट्राचारी, चार फोटो की कीमत तुम क्या जानो बाबू”” शीषक नाम से समाचार प्रकाशित कर जिला प्रशासन व राज्य सरकार को इस ध्यान केंद्रित कर अनियमितता पर अंकुश तथा कार्रवाही करने आग्रह किया था। 16 महीना बाद नेताओं के छायाचित्र में अनियमितता करने वाले पर कार्रवाही करते हुए न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
तत्कालीन कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने दिया था जांच के आदेश
समाचार प्रकाशन के बाद तत्कालीन कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने प्रकाशित समाचार को गम्भीरता लेते हुए स्कूलों में नेताओ की छायाचित्र की सप्लाई पर तत्काल जांच के आदेश दिया और दोषियों के विरुद्ध एफआईआर कराने के निदेश दिया गया था।
तत्कालीन बीईओ संदीप श्रीवास्तव,बीआरसीअवधेष पांडे
जांच दलम की रिपोर्ट
जांच हेतु बनाई गई समिति में अध्यक्ष डिप्टी कलेक्टर भरतराम ध्रुव एवं जिला मिशन समन्वयक महेंद्र पांडे सदस्य के रुप में सम्मिलित थे। इस समिति ने जिला शिक्षा अधिकारी, सभी विकास खंड शिक्षा अधिकारी, खंड स्त्रोत समन्वयकों एवं स्कूलों के प्राचार्यो से जानकारी प्राप्त कर पाया कि स्कूलों में अगस्त से सितंबर 2020 के दौरान 12 ×15 इंच के तस्वीरों का विभिन्न विकासखंडों में वितरण किया गया था। जिसमें से कुछ स्कूलों में 3 छायाचित्रो के लिए 4900 रुपये बिल द्वारा मांगे गए थे। जोकि आदित्य इंटरप्राइजेस के नाम से लिए जा रहे थे। जांच के दौरान उक्त फर्म से संपर्क करने का प्रयास किया गया। जिसमें पाया गया कि उक्त फर्म अज्ञात है एवं उनसे संपर्क नम्बर अमान्य एव पते पर फर्म का ना होना पाया गया। संपर्क करने की सभी प्रयासों असफलता हाथ लगने पर समिति द्वारा उक्त फार्म की विरुद्ध कार्यवाही के लिए अनुशंसा कर FIR दर्ज कराया गया था।
पुलिस ने की कार्रवाही 18 अगस्त 2021 को छायाचित्र के मामले में प्रशासन ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी 1 एक साल बाद पुलिस ने अनियमितता करने वाले लोगों पर कार्रवाही की। थाना कोंडागांव में अपराध क्रमांक 301/22 धारा 420 467, 468, 471 पंजीबद्ध किया गया तथा आरोपित संदीप श्रीवास्तव और अवधेष पांडे के सकूनत में होने की सूचना पर इनके सकूनत जाकर थाना तलब कर अपराध घटना के संबंध में पूछताछ किया गया, जो कि आरोपीगणों के द्वारा अपराध कबूल करने पर न्यायालय पेश कर न्यायिक रिमांड पर आरोपियों को जेल भेजा गया।
क्या था पूरा मामला आपको बतादे की जिले कुल 1227 प्राथमिक स्कूल व 605 मिडिल स्कूल हैं इन स्कूलों में पार्टी राजनेताओं का फोटों का वितरण किया गया है। इन पार्टी राजनेताओं की चार फोटों की कीमत 4 हजार नौ सौ रुपये हैं। कुल मिलाकर 89 लाख रुपये से ज्यादा शासकीय राशि के दुरुपयोग का भष्ट्राचार किया गया हैं। राजधानी रायपुर के फर्म आदित्य इंटरप्राइजेस का बताया जा रहा है इस बिल में GST नम्बर भी अंकित नहीं है। इस पूरे मामले में तत्कालीन बीएओ व बीआरसी की मिलीभगत कर फर्जी बिल पेश शासकीय राशि दुरुपयोग किया गया था।