शादी ब्याह में कोरोना गाइड लाइन का हो रहा उल्लंघन, संक्रमण का बढ़ा खतरा
० शादी विवाह के कार्यक्रमों मे हो रही अनियमितता के लिए उडऩदस्ते का गठन जरूरी
रायपुर. कोरोना वायरस कोविड 19 महामारी का प्रकोप अभी खत्म नहीं हुआ है लंबे लाकडाउन के बाद प्रदेश में लोगों की सुविधा के लिए जिलावार राज्य शासन के निर्देश पर जिला कलेक्टरों द्वारा कुछ जरूरी रियायतों के साथ लोगों को आवाजाही जरूरी सामानों की खरीदी आदि की सुविधा मिली है जिसका लोग बड़े पैमाने पर दुरुपयोग कर रहे हैं। शादी ब्याह का सीजन होने के कारण जिला कलेक्टरों द्वारा सुख एवं दुख में केवल संक्रमण की रफ्तार को नियंत्रित करने के संदर्भ में केवल 10 व्यक्तियों की उपस्थिति निर्धारित की गई है। इसके बाद भी लोग अपनी मर्जी के अनुसार शादियों में रिश्तेदारों की भीड़ जमाकर बैंडबाजा के साथ विवाह कार्य संपन्न करवाकर कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन कर रहे हैं। राज्य के विशेषज्ञ चिकित्सकों के अनुसार कोरोना की गति में कमी आई है किंतु संक्रमण का खतरा अभी भी हम सबके ऊपर बना हुआ है। शादी ब्याह के नाम पर कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन संक्रमण के खतरे को बढ़ा रहा है। साथ ही सामूहिक रूप से विवाह आदि के लिए खरीददारी का कार्य 17 मई से लाकडाउन खुलते ही पूर्व की भांति संचालित हो रहा है जिसके चलते पुन: कोरोना संक्रमण कोविड 19 के मामलों में बढ़ोत्तरी की व्यापक संभावना बन गई है। नोडल अधिकारी डॉ. सुभाष मिश्रा के अनुसार बार-बार राज्य शासन द्वारा सब कुछ बंद कर लाक डाउन करना सहज नहीं है। लोगों को स्वयं अपने ऊपर नियंत्रण रखते हुए स्वयं को एवं समाज को कोरोना के संक्रमण को रोकने में प्रभावी भूमिका का निर्वहन करना है। शहर के अनेक प्रबुद्धों ने जिला कलेक्टरों एवं पुलिस अधीक्षकों एवं राज्य शासन के जिम्मेदार अधिकारियों से शादी ब्याह के सीजन में उडऩदस्ता टीम का गठन कर होने वाले परिवारों की शादियों में अनियमितता पाये जाने पर कठोर कार्रवाई किये जाने की मांग की है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए राज्य शासन द्वारा जनहित में उठाए गये कदमों का समर्थन मार्निंग वाकर्स एसोसिएशन शंकरनगर के अध्यक्ष डॉ. एसआर नियुने ने करते हुए लोगों से कोरोना वायरस के खिलाफ हो रही लड़ाई में प्रदेश को शीघ्र कोरोना मुक्त करने के लिए आमजनों का सहयोग मांगा है।