इंडियन इकोनॉमी ने भारतीय क्रिकेट टीम की तरह लचीलापन का किया है प्रदर्शनः सुब्रमण्यम
नई दिल्ली। बजट सत्र के पहले दिन वित्त मंत्री ने लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। आर्थिक समीक्षा 2020-2021 को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में सांसदों को उपलब्ध कराया गया। इस बार कोरोना संकट की वजह से आर्थिक समीक्षा का कागजों पर प्रकाशन नहीं हुआ। आर्थिक समीक्षा के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार के वी सुब्रमण्यम ने प्रेस कांफ्रेंस किया।
सुब्रमण्यम ने हेल्थकेयर सेक्टर में सरकारी खर्च बढ़ाए जाने की हिमायत की। उन्होंने कहा है कि हेल्थकेयर पर सरकारी खर्च में थोड़ी वृद्धि से देश के गरीब लोगों के पॉकेट से स्वास्थ्य पर होने वाले खर्च में उल्लेखनीय वृद्धि आएगी।
इसमें उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से हेल्थकेयर बेहतर हुआ है। सुब्रमण्यम ने हेल्थकेयर से जुड़े खर्च के महत्व को रेखांकित के लिए थ्री इडियट्स फिल्म के एक सीन का सहारा लिया। मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग भारत की इकोनॉमी की बुनियादी स्थिति को नहीं दिखाती है। उन्होंने कहा कि कई संकेतक इस बात की पुष्टि करते हैं।
चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर ने कहा कि लॉकडाउन के बगैर भी कोविड-19 का अर्थव्यवस्था पर बहुत अधिक असर देखने को मिलता। लेकिन लॉकडान की वजह से को-ऑर्डिनेटेड रेस्पांस देखने को मिला। इससे लोगों के जीवन और आजीविका को बचाने में मदद मिली। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का भारत ने ज्यादा परिपक्वता और दूरदृष्टि से मुकाबला किया। भारत ने लंबे अवधि में फायदा पाने के लिए छोटी अवधि के दर्द को सहा। यह वी शेप की रिकवरी दिखाती है कि भारत ने कितनी परिपक्वता से इसका मुकाबला किया है।