छत्तीसगढ़

कमार गांव डूमरघाट में पांच साल बाद भी प्रधानमंत्री आवास अधूरे

मैनपुर। कुछ ग्राम पंचायतों में प्रधानमंत्री आवास निर्माण को लेकर धांधली, लापरवाही व शासकीय राशि का दुरुपयोग किए जाने का मामला लगातार मिल रहा है। ऐसा ही मामला विकासखंड मैनपुर के ग्राम पंचायत बोईरगांव के आश्रित ग्राम डूमरघाट में देखने को मिला। जहां प्रधानमंत्री आवास निर्माण वर्ष 2016-17 में स्वीकृत हुआ था, पूरा मकान बनाकर देने की बात पर ठेकेदार ने हितग्राहियों से मकान की राशि लेकर आज तक आवास निर्माण को पूर्ण नहीं किया है।ग्राम डुमरधाट के कमार हितग्राहियों ने कमार विकास अभिकरण के सदस्य पिलेश्वर सोरी व युवा संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष युमेन्द्र कश्यप को मामले की जानकारी देते हुए दोषी ठेकेदार पर कार्रवाई करवाने की मांग की है। युवा संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष युमेन्द्र कश्यप को ज्ञापन सौंपते हुए ग्रामीणों ने बताया कि डुमरघाट के कमार परिवार नंदलाल पिता खुदराम कमार, लखमू पिता बुधराम कमार, अर्जुन पिता बाजारू, पलटन पिता दशरू कमार, तिसरू पिता बुधराम, खोगे पिता बल्लू, हेपाल पिता अमरसिंह का वर्ष 2016-17 में प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ था जिसे ग्राम पंचायत के ही ठेकेदार व वार्ड पंच पालेश्वर नागेश द्वारा पूरा मकान बनाकर देने की बात पर ठेका में लिया गया था लेकिन हितग्राहियों से पूरा पैसा लेने के बाद भी ठेकेदार द्वारा आवास अधूरा छोड़ दिया गया है। दर्जनों कमार परिवारों से पूरी राशि लेकर ठेकेदार द्वारा प्रधानमंत्री आवास निर्माण का साइज छोटा, प्लास्टर अपूर्ण कर छोड़ दिया गया है जिसके कारण हितग्राही अधूरे आवास में रहने को तैयार नहीं हैं। कहीं-कहीं तो हितग्राहियों का नाम सूचना पटल भी अंकित नहीं है। ठेकेदार द्वारा पूरा आवास बनाकर दूंगा कहते हुए आज तक पूरा नहीं किया गया है। केवल हितग्राहियों से फोटो खिंचवाने के लिए एक ही मकान में बारी-बारी से खड़ा करके किश्त की राशि हड़प ली गई है, ऐसा यहां के हितग्राहियों ने ठेकेदार पर आरोप लगाया है। विगत पांच वर्षों से कमार परिवारों के प्रधानमंत्री आवास अधूरे पड़े हुए हैं। जिसे पूरा करने ठेकेदार द्वारा पूरा पैसा हड़प लेने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

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