करेंट से पहले झटका, ग्राहकों से 1,700 वसूली, नहीं दे रहे रसीद
बिलासपुर। बिजली चोरी व हादसे पर अंकुश लगाने के लिए जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में करंट प्रवाहित तार को हटाकर उसकी जगह केबल का वायर बिछाया जा रहा है। इस दौरान बकाया और नए मीटर भी लगाने हैं। विद्वयुत वितरण कंपनी के अधिकारी इसकी आड़ में एक ग्राहक से 17 सौ रुपये वसूल कर रहे हैं। ग्राहकों को रसीद नहीं देने से साफ है कि यह राशि सीधे अधिकारियों की जेबों में जा रही है।
जिलेभर में बिजली खंभों में तार की जगह केबल वायर लगाया जा रहा है। इसी के तहत बिल्हा ब्लाक के कुछ गांवों में इन दिनों काम चल रहा है। इस योजना के तहत जिन ग्रामीणों का बकाया है उनसे वसूली करनी है। साथ ही मीटर लगाने का भी काम चल रहा है।
नियम के अनुसार महा गरीबी रेखा के नीचे जीवन—यापन करने वालों को फ्री में कनेक्शन देना है। इसके बाद वाट के हिसाब से शुल्क लेना है। मसलन, 500 वाट के लिए हजार रुपये निर्धारित है। इसकी आड़ में विद्वयुत वितरण कंपनी के अधिकारी अपनी जेबें गर्म कर रहे हैं।
बिल्हा ब्लाक के ग्राम गुमा और बिटकुली में दर्जनों ग्रामीणों से नया मीटर लगाने के एवज में 15—15 सौ रुपये वसूल कर रहे हैं। इतना ही नहीं कनेक्शन जोड़ने के लिए दो सौ रुपये अलग से लिए जा रहे हैं। इसके बदले उन्हें रसीद नहीं दी जा रही है। जाहिर है यह राशि सीधे अधिकारियों की जेबों में जा रही है।
पैसे लिए, नहीं मिली रसीद
बिल्हा ब्लाक के ग्राम गुमा और झाल निवासी संतोष लहरे, गौतम लहरे और ईश्वर गायकवाड़ ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व बिजली विभाग के अधिकारी मीटर लगाने के नाम पर पहले 15 सौ रुपये जमा कराए। इसके बाद कनेक्शन जोड़ने के लिए 2 सौ रुपये लिए।
रसीद मांगने पर कहा गया कि इसकी कोई जरूरत नहीं है। दो—तीन दिनों के भीतर नया मीटर लग जाएगा। इसी तरह गांव के अन्य लोगों ने भी इसकी शिकायत विद्वयुत विभाग के अधिकारियों से की है, लेकिन अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हो सकी है।
ऐसे हुआ गड़बड़ी का पर्दाफाश
बीते दिनों गांव के सरपंच प्रतिनिधि जैनेंद्र कुमार गेंदले के पास कुछ लोग शिकायत करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने बताया कि मीटर लगाने के नाम पर पैसे लिए जा रहे हैं। जब सरपंच प्रतिनिधि ने अन्य ग्रामीणों से बात की तो पूरे गांव में हुई इस गड़बड़ी का पता चला। इस संबंध में अधिकारियों से भी जानकारी ली गई, लेकिन उन्होंने वसूली की बात से साफ इन्कार कर दिए।