कोंडागांव जिला में धान खरीदी कार्य पर मंडराया संकट, राइस मिलर्स का पंजीयन नहीं होने से शून्य प्रतिशत उठाव
कोंडागांव। जिला में धान की खरीदी कार्य पर अभी से संकट मंडराने लगा है, जबकि धान खरीदी कार्य प्रारंभ हुए अभी मात्र 12 दिन ही हुए हैं। कोंडागांव जिला के 49 धान खरीदी केंद्रों की यदि बात करें तो, जिला भर के खरीदी केंद्रों में 253720 क्विंटल से अधिक धान की खरीदी हो चुकी है, जबकि डीईओ जारी नहीं किए जाने से उठाओ शुन्य है। पहले से ही कोंडागांव जिला बारदाना की कमी से जूझ रहा है, तो वही धान का उठाव नहीं होने से एक और समस्या आन खड़ी हुई है। धान का उठाव नहीं होने की समस्या राइस मिलर्स के पंजीयन का नहीं हो पाने के कारण पैदा हुई है।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार का सत्ता पर काबिज होना का मुख्य कारण किसानों से पच्चीस सौ रुपए में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के जाने का घोषणा माना जाता है। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार लगातार धान खरीदी के मुद्दे पर गंभीर रहती है। लेकिन कोंडागांव जिला में इस वर्ष धान खरीदी का कार्य पहले पखवाड़े में ही संकट में नजर आने लगा है। विभाग से मिले आंकड़ों पर गौर करें तो कोंडागांव जिला के 49 धान संग्रहण केंद्रों से 11 दिसंबर तक 253720 क्विंटल से अधिक की धान खरीदी हो चुकी है। इधर धान का उठाव का कार्य करने वाले राइस मिलर्स का अब तक पंजीयन नहीं हो पाया है। गत वर्ष की बात करें तो कोंडागांव जिला में कुल 21 राइस मिलर्स ने धान खरीदी के दौरान धान के उठाव का कार्य किया था। इस वर्ष धान खरीदी के दौरान समय पर राइस मिलर्स का पंजीयन नहीं हो पाने से उठाओ की समस्या विकराल रूप लेती नजर आ रही है, यदि यही स्थिति रही तो बीते 1 सप्ताह के अंदर धान खरीदी का कार्य बंद हो जाएगा।
28 लाख से अधिक बारदानों के विरुद्ध कोंडागांव जिला को मिला 14 लाख 54 हजार 500 बारदाना
छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित कार्यालय कोंडागांव से मिली जानकारी अनुसार, गत वर्ष धान खरीदी के लिए 16 लाख 82 हजार 500 नए बारदाने, 1 लाख 21 हजार एक भर्ती बारदाने, 5 लाख 48 हजार 500 मिलर से पुराने बारदाना, 5 लाख 17 हजार 500 पीडीएस के मिले बारदाने और किसानों का 188 बारदाना, इस तरह से कुल 28 लाख 69 हजार 688 बारदाने कोंडागांव जिला में धान खरीदी के लिए इस्तेमाल किए गए थे। इसकी तुलना नए वर्ष के बार दानों से करें तो 3 लाख 95 हजार नए बारदाने, 1 लाख 26 हजार 500 एक भर्ती के बारदाने, 1 लाख 54 हजार मिलर्स से मिले पुराने बारदाने और 7 लाख 79 हजार पीडीएस के दुकानों से मिले पुराने बारदाने इस तरह से कुल 14 लाख 54 हजार 500 बारदाना इस वर्ष कोंडागांव जिला के पास वर्तमान में मौजूद है। गत वर्ष की तुलना इस वर्ष से करें तो 14 लाख 15 हजार 188 बार दोनों की कमी बनी हुई है।
जिला विपणन अधिकारी के इस्तीफा ने बिगाड़ा धान खरीदी का समीकरण
कोंडागांव जिला में धान खरीदी का कार्य जिला विपणन अधिकारी के संभव नहीं है। जिला विपणन अधिकारी धान खरीदी के पूर्व राइस मिलर्स का धान उठाओ के लिए पंजीयन करते हैं। इसके बाद समितियों के माध्यम से लिए जाने वाले धान का उठाओ के लिए राइस मिलर को डीईओ भी जारी जिला विपणन अधिकारी ही करते हैं। कोंडागांव जिला में दिसंबर माह के शुरुआत में जिला विपणन अधिकारी के रूप में टीआर निषाद ने पदभार ग्रहण ग्रहण किया था, लेकिन 11 दिसंबर की सुबह लगभग 9:30 बजे उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
जिला के अधिकारियों का दल पहुंचा जिला विपणन अधिकारी के घर
जिला विपणन अधिकारी टीआर निषाद ने 11 दिसंबर की सुबह अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद कोंडागांव के डिप्टी कलेक्टर पवन कुमार प्रेमी, सहायक पंजीयन अधिकारी केएक उइके और जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के नोडल अधिकारी एसएम खान, टीआर निषाद के घर पहुंचे। फिलहाल पिया निषाद के इस्तीफा देने का कारण अज्ञात है, सूत्रों की माने तो धान खरीदी कार्य के दौरान पड़ने वाले दबाव और कलेक्टर की डांट से नाराज होकर टीआर निषाद ने इस्तीफा दिया है। इसीलिए अधिकारियों का दल उन्हें मनाने के लिए उनके घर पहुंचा था। इधर कलेक्टर और टीआर निषाद ने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए इस्तीफा की बात कही है।
स्वास्थ्य कमजोर होने के कारण डीएमओ ने दिया इस्तीफा – कोंडागांव कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा
इस पूरे मामले पर कोंडागांव के कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने कहां कि, धान खरीदी का कार्य अभी बंद नहीं होगा, कोंडागांव जिले में 20 मिलर्स है, जिसमें से 12 अपने पंजीयन करवा रहे है। 12 में 11 मिलर्स का पंजीयन भी हो चुका है। ट्रांसपोर्टर कल अपनी 20 वाहनों को लगा रहे हैं, ऐसे में कल से उपार्जन केंद्रों से संग्रहण केंद्रों तक धान का ट्रांसपोर्टिंग शुरू हो जाएगा। जिला विपणन अधिकारी के इस्तीफा देने के मामले पर कोंडागांव कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने कहा कि, उनके स्वास्थ्य की कुछ समस्या चल रही है। इस्तीफा वापस लेने के विषय पर उनसे बात चल रहा है, संभवतः वह अपना इस्तीफ़ा वापस ले लेंगे, जिसकी सूचना राज्य स्तर पर अधिकारियों को दे दी गई है। इस्तीफा देने से धान खरीदी का कार्य प्रभावित ना हो इसके लिए डिप्टी कलेक्टर रैंक के अधिकारी को नोडल नियुक्त किया गया है। बारदानों की कमी पर कोंडागांव कलेक्टर ने कहा, बारदाने की थोड़ी समस्या तो है लेकिन इसका भी समाधान निकाला जा रहा है।