2 किग्रा गांजा के साथ आरोपी गिरफ्तार
गरियाबंद। जिले में हो रहे अवैध रूप से गांजा, हीरा, शराब, वन्य प्राणियों के अवैध तस्करी को रोकने के लिए गरियाबंद पुलिस कप्तान भोजराम पटेल के दिशा-निर्देश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर, संतोष महतो के मार्गदर्शन तथा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस गरियाबंद टी0आर0 कंवर के पर्यवेक्षण में विशेष अभियान चलाया जा रहा है जिसके परिणाम स्वरूप अवैध तस्करों पर लगातार कार्यवाही हो रही है। इसी कड़ी में सिटी कोतवाली गरियाबंद को आज एक और सफलता मिली जिसमे ग्राम भ्रमण दौरान मुखबिर से सूचना मिला कि एक व्यक्ति मोटरसाइकिल क्रमांक सी जी 23-6635 काला नीला रंग में अवैध रुप से मादक पदार्थ गांजा परिवहन करते देवभोग से रायपुर की ओर ले जा रहा है ,इस सूचना पर तत्काल पेट्रिलिंग पार्टी तथा स्पेशल टीम के साथ नाकाबंदी करने देवभोग रोड की ओर रवाना हुए की कोड़ोहरदी तिराहा के पास पहुंचे थे कि मुखबिर के बताए हुलिए के आरोपी मुनाजिर मनिहार पिता अब्दुल जब्बर निवासी नायतालब पारा वार्ड नं 04 गरियाबंद को मोटरसाइकिल पर आने से रोककर पुछताछ किये जो संतोषप्रद जवाब नहीं दिये जिससे गवाहों के समक्ष एनडीपीएस एक्ट के निहित समस्त प्रावधानों का पालन करते हुए पंचनामा तैयार कर तलाशी कार्यवाही किया गया। मोटरसाइकिल के सामने लटका कर रखे थैला के अन्दर एक खाखी रंग के टेप से बंधे पैकेट में मादक पदार्थ गांजा मिला जिस पर थाना सिटी कोतवाली गरियबांद में अपराध क्रमांक 61/2021 धारा 20 (ख) एनडीपीएस एक्ट कायम कर आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
उक्त कार्यवाही में सिटी कोतवाली गरियाबंद थाना प्रभारी निरीक्षक वेदवती दरियो, उप निरीक्षक चंदनसिंह मरकाम, प्र0आर0 डिगेश्वर साहू, मनीष वर्मा, आरक्षक, मनीष चेलकर, मुरारी यादव, केवल नेताम, सतीश साहू, भूषण नागेश, रविशंकर सोनवानी, दिलीप तिवारी तथा स्पेशल टीम के प्र0आर0 अंगदराव वाघ, आर0 सुशील पाठक एवं जयप्रकाश मिश्रा की सराहनीय भूमिका रही।
उदन्ती सीता नदी टाइगर रिजर्व में लाखो का गबन, दैनिक वेतनभोगियों ने दिया अंजाम
गरियाबंद। जिले में उदन्ती सीता नदी टाइगर रिजर्व हमेशा ही विवादों और सुर्खियों में रहा है । इस बार फर्जी चेक आहरण के मामले में विभाग की प्रशासनिक कार्यशैली ही सन्देश के दायरे में है । विभाग में रेगुलर कर्मचारी हासिये में है और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी चेक से लेकर वित्तीय मामलों की फाइलों में कुंडली मारकर बैठे हैं जिसका नतीजा ही कहा जाए की इन कर्मचारियों के हौसले बुलंद है यह अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर कर बैंक से रुपये आहरण कर रहे हैं बात यहीं खत्म होती तो बात और थी ये दैनिक वेतन कर्मचारी तो अपने सहित अपने सहयोगियों के रिश्तेदारों के खाते में भी पैसे इसी खाते से आरटीजीएस कर ट्रांसफर किए इस मामले को अगर ईमानदारी से मंथन किया गया तो विभाग का सारा विष बाहर निकल आयेगा । पुख्ता जानकारी के अनुसार यह करेंट अकाउंट जिसपर अधिकरियों के फर्जी हत्ताक्षर किये गए यह उप निदेशक उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व के खाता क्रमांक 33735076991है जिसमे से छै लाख पचास हजार रुपए का आहरण 30 से अधिक चेक द्वारा किया गया है । जांच सही होने पर यह राशि और भी बढ़ सकती है । जिसकी सूचना विभाग को तीन वर्षों तक नही हुई । इस दौरान दो अधिकारी बदल गए । तीसरे अधिकारी का भी फर्जी हस्ताक्षर चेक बुक में किया गया है । जानकारी के अनुसार इस मामले में केवल एक व्यक्ति के ऊपर दोषारोपण कर मामले को दबाने का भरकस प्रयास किया जा रहा है । किन्तु यह भी जानना जरुरी है कि आखिर यह चेक बुक किसके आस थी । इनमे किसकी द्वारा लेख किया गया । फर्जी हत्ताक्षर किसने व किसके कहने पर किया । विभागिय जांच के लिए किस अधिकारी को नियुक्त किया गया है जैसे अनेक सवाल विभाग के कार्यशैली पर है ? जानकारी के अनुसार विभाग के एक कर्मचारी को बैंक व ट्रेजरी सम्बन्धी मामलों को लेकर कार्य आदेश किया गया था । जिनके खाते में भी फर्जी चेक से रुपए ट्रांसफर किये गए है । किन्तु वह भी सारा चेक दैनिक वेतन भोगी के हवाले कर दूसरा प्रभार देख रहा है । फर्जी चेक 2018 से लेकर आज पर्यंत तक यह बदस्तूर जारी है । विभाग में इस सम्बंध में चार्ज लिस्ट भी विभाग से गायब है । जबकि लेखा की जांच शिर्ष अधिकारी द्वारा हर माह किया जाना होता है । रुपए किस कार्य आदेश पर किस बिल बाउचर के विरुद्ध निकाला गया है इसका कोई आता पता नही है । जो प्रथम दृष्टया ही जांच की मांग करता है । ताज्जुब तो यह है कि आहरण अधिकारी को खुद सज्ञान में आते ही इसकी सूचना पुलिस को देकर इसकी जांच करवाकर एफ आई आर दर्ज कराना चाहिये था । किन्तु विभाग के सलिप्त कर्मचारी ही जांच में जुटा दिए गये । सरकार के रुपयो का फर्जी हस्ताक्षर से आहरण किया गया ,किसी को फर्क नही पड़ता ? अधिकारी निश्चित है, जांच में इतनी देर होना मामले की प्रासगिकता को कम करता है । मामले को लेकर कटघरे में स्टेट बैंक कर्मचारियों की भी मिली भगत से इंकार नही किया जा सकता । बैंक सरकारी आहरण को लेकर भी गम्भीर नही है व सरकारी मापदण्डो का खुले आम धज्जियां उड़ाई जा रही है । इन अधिकारियों के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों पर महेरबानी की वजह भी ऐसे भ्रटाचार को बढ़ावा देता है । विभाग अफसरों के कारगुजारियों पर पर्दा डालने व भ्रटाचार उजागर होने पर इन्हें आसानी से बलि का बकरा बनाने के लिये ही इन्हें जिम्मेदारी वाले पदों पर बिठा कर कार्य करा रहे है ।
इस मामले में उप निदेशक उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व से जानकारी लेने पर जांच होने की बात कह कर देरी को लेकर कहा कि कागजात के रूप में सुबूत उपलब्ध है देर होने से कुछ नही होगा ।
चुनाव पूर्व किये वादे को पूरा करने की माँग को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं ने धरना प्रदर्शन कर रैली निकाली
गरियाबंद। प्रदेश कि कांग्रेस सरकार अपना 2 साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी है जैसे-जैसे राज्य सरकार का कार्यकाल आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे सरकार के द्वारा चुनाव पूर्व किए गए नियमितीकरण सहित अन्य वादों को पूरा नहीं कर पाने के कारण धरना प्रदर्शन एवं विरोध का स्वर दिनों दिन तेज होते जा रहा है इसी कड़ी में पिछले 10 दिनों से अपनी माँगे पूरा करने को लेकर अपने अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका लगातर अपनी आवाज सरकार तक पहुँचाने को लेकर अलग अलग तरह के प्रदर्शन कर रही है । 9 फरवरी से शुरू किए अपने इस आंदोलन में आज जिले भर से जुटी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं ने सैकड़ो की संख्या में गाँधी मैदान पर धरना प्रदर्शन दिया।जँहा अपनी माँग को जायज बताते हुए सरकार का ध्यानाकर्षण कराने जमकर नारेबाजी की । इस दौरान अपने साथियों का हौसला बढ़ाने के लिए मंच से कविताएं एवं देशभक्ति के के नारे लगाए । इसके बाद विशाल रैली के रूप में कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च कर अपर केलक्टर को दस सूत्रीय मांग का ज्ञापन सौपा।वही अपनी माँगे पूरी तरह जायज बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत लगभग एक लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका कार्यरत है जो शासन की हर योजना को अमलीजामा पहनाने में लक्ष्य तक पहुंचाने में दिन-रात मेहनत करके सहयोग करते हैं चुनाव के दौरान नियमितीकरण की करने की बात करने वाली राज्य सरकार अपने दो साल का कार्यकाल पूर्ण कर चुकी है और हमारे द्वारा समय-समय पर छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ द्वारा शासन प्रशासन ध्यानाकर्षण किया जाता रहा है लेकिन मांगों की पूर्ति नही होने के काराण आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं द्वारा कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुये धरना प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री एवं महिला बाल विकास विभाग की मंत्री कर नाम केलक्टर को ज्ञापन सौपेंगे है। मांग पूरी नहीं होने की स्थिति में 5 मार्च को रायपुर में विशाल धरना प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा ।
गरियाबंद पुलिस कप्तान ने लिया पुलिस जवानों का जनरल परेड
० परेड के दौरान जाना अपने कर्मचारियों का हाल
गरियाबंद। जनरल परेड़ के दौरान पुलिस जवानों की वेश भूषा उच्चकोटी ,परेड कमांड ,जवानों का स्काट ड्रील करने पर पुलिस अधिकारी ,कर्मचारियों का नगद ईनाम एवं प्रशंसा दिया गया । जहां पुलिस कप्तान द्वारा परेड़ के दौरान पुलिस जवानों को खुश रहने के दिये टिप्स भी दिए । वही इस परेड़ में पुलिस अधीक्षक कार्यालय समस्त स्टाफ सरिक हुये । पुलिस कप्तान भोजराम पटेल के द्वारा पुलिस जवानों का लिए जनरल परेड़ लिया गया जिसमे कुल 92 अधिकारी , कर्मचारी सरिक हुए । जनरल परेड़ के दौरान पुलिस जवानों की वेश भूषा उच्चकोटी ,परेड कमांड,जवानों का स्काट ड्रील करने पर पुलिस अधिकारी ,कर्मचारियों का नगद ईनाम के साथ प्रशंसा किया गया । पुलिस कप्तान द्वारा परेड़ के पश्चात दरबार लिए जिसमे आरक्षक जितेन्द्र परिहार अपने परिवारीक समस्या को पुलिस कप्तान के समक्ष रखे जिसका समाधान किया गया साथ ही साथ आरक्षक अमृत लाल कलशिया के द्वारा घर बनाने के लिए पैसे के संबंध में गुजाशि किये जिसका समाधान किया गया एवं अन्य कर्मचारियों के द्वारा कुछ – कुछ समस्या बताये गये जिसका तत्काल समाधान किया गया । दरबार के माध्यम से पुलिस कप्तान के द्वारा पुलिस जवानों को हमेश खुश रहने का टिप्स दिये एवं साथ ही प्रति – दिन अपने कार्या के अनुसार अपने दैनिक दिनचर्या से 01 घण्टा निकाल कर व्यायाम , खेल , योगा एवं अन्य एक्टीवेटी करने को कहा ।परेड़ में पुलिस अधीक्षक गरियाबंद के साथ ही साथ संतोष महतो अति 0 पुलिस अधीक्षका गरियाबंद , उमेश राय रक्षित निरीक्षक जिला गरियाबंद , शिवेन्द्र राजपूत स्टेनो गरियाबंद एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समस्त मिनिस्ट्रिी स्टाफ एवं जिला बल के अधिकारी कर्मचारी परेड़ में सरिक हुये ।