0-पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के सवालों का जवाब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिये
रायपुर। विधानसभा में आज गारे-पेल्मा-3 खदान से कोयला का उत्खनन एवं परिवहन का मामला उठा। भाजपा विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने प्रश्रकाल में यह मामला उठाते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कई सवाल किये, जिसका जवाब मुख्यमंत्री ने दिए।
पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा पूछे गये सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि गारे पेलमा सेक्टर-3 खदान का आबंटन कोयला मंत्रालय भारत सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जनरेशन कंपनी को वेस्टिंग आर्डर 14-09-2015 द्वारा आबंटित किया गया। खदान के विकास एवं संचालन हेतु प्रतिस्पर्धी दरें प्राप्त करने हेतु निविदायें आमंत्रित की गई, तदोपरांत न्यूनतम दरों पर चयनित माईन डेवलपर कम आपरेटर से 16-11-2017 को कोल माईन सर्विस एग्रीमेंट संपादित करने के उपरांत कोयला उत्खनन का कार्य छग स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी लिमिटेड द्वारा माईन डेवलपर कम आपरेटर मेसर्स गारे पेलमा-3 कोयरज लिमिटेड क माध्यम से करवाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने यह भी बताया कि कोयला खदान से निर्दिष्ट रेलवे साइडिंग तक सड़क मार्ग से कोयला परिवहन का ठेका मेसर्स जय अम्बे रोड लाइंस रायपुर को माईन डेवलपर कम आपरेटर मेसर्स गारे-3 कोलयरीज लिमिटेड के माध्यम से प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि इस ठेके का अनुबंध माईन डेलवपर कम आपरेटर मेसर्स गारे पेलमा-111 कोलयरीज लिमिटेड एवं मेसर्स जय अम्बे रोड माईन्स, रायपुर के मध्य निष्पादित किया गया।
मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री के प्रश्र पर यह भी बताया कि परिवहनकर्ता ठेकेदार को कोयला परिवहन के लिए निविदा 01/01/2020 को स्वीकृत की गई थी तथा मेसर्स गारे-111 कोयलरीज लिमिटेड को न्यूनतम निविदाकर के साथ आशय पत्र एवं अनुबंध निष्पादन के लिए सूचित किया गया था इसमें 5 लाख टन कोयले की मात्रा निर्धारित थी। खदान में एकत्रित कोयले को आग लगने से बचाने के लिए तथा 2गुना500 मेगावाट, अटल बिहारी बाजपेयी ताप विद्युत गृह, मड़वा को आवश्यक कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए परिवहन कर्ता ठेकेदार को 29/08/2020 को 3 लाख टन 13/10/2020 को 2 लाख टन एवं 28/22/2020 को 3.6 लाख टन अतिरिक्त मात्रा का परिवहन, दरें नेगोशियेट कर न्यून दरों पर कराया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री डा. सिंह ने कहा कि निविदा में तीन बार समय वृद्धि और मात्रा वृद्धि करने का क्या कारण है और क्या यह नियम में है तथा यह किसके अधिकार में है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि भारत सरकार की गाईड लाइन के अनुसार विशेष परिस्थिति निर्मित होने पर समय और मात्रा में वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि ज्यादा स्टॉक होने के कारण वहां आग लगने की आशंका थी तथा लगातार आपूर्ति बनी रहे और उत्पादन प्रभावित न हो इसे ध्यान में रखते हुए समय और मात्रा में वृद्धि की गई है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि निविदा बढ़ाने से कोई घाटा नहीं हुआ है।