नक्सलियों ने पिता की हत्या के बाद, बेटे को भी गोली मारकर उतारा मौत के घाट
कोंडागांव. पिता के बाद बेटे को उतारा मौत के घटा नक्सलियों ने दी वारदात।आजको बतादें की नक्सलियों द्वारा ग्राम पंचायत टेमरुगांव के पंच की गोली मारकर हत्या कर देने और उक्त हत्या को अंजाम देने के दौरान नक्सलियों द्वारा चलाई गई गोली से महिला सहित दो ग्रामीणों के घायल हो जाने का मामला सामने आया है। काफी दिनों बाद घटित इस घटना ने जिले में नक्सलियों के पुनः सक्रिय होने का संकेत दिया है। ज्ञात हो कि नक्सलियों द्वारा ग्रामीण की गोली मारकर हत्या कर देने का उक्त मामला जिला व ब्लाॅक कोण्डागांव और जिला नारायणपुर के बेनुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम चलका में सोमवार 15 फरवरी 2021 को आयोजित होने वाले साप्ताहिक बाजार के दिन का है, जहां मुर्गा बाजार में सल्फी बेचने आया ग्राम टेमरुगांव निवासी शत्रुघन पिता स्व.मेघनाथ कोर्राम 33 वर्ष पर अचानक पहुंचे 3 वर्दी नक्सलियों ने गोली चला दी गई, जिससे शत्रुघन की मौके पर ही मौत हो गई, सम्भवतः उन्हीं या अन्य गोलियों से नजदीक खडी एक महिला और एक पुरुष भी घायल हुए। जिनमें से हथेली में गोली लगने से घायल रमेश यादव 56 वर्ष निवासी भीरागांव का जिला अस्पताल नारायणपुर में तथा महिला श्रीमति बती पति रामुराम कोर्राम निवासी चलका के पैर व जांघ में गोली लगने से घायल का ईलाज जिला अस्पताल कोण्डागांव में जारी है। उक्त गोली काण्ड को अंजाम देने के बाद जहां नक्सली आराम से मौके से निकल गए, वहीं जाने के पूर्व पर्चा फेंका गया, जिसमें उल्लेख किया गया है कि मृतक शत्रुघन को पुलिस का मुखबिर होने के कारण उसकी हत्या की जा रही है, तथा इस घटना को अंजाम देने के लिए बयानार एरिया कमेटी को जिम्मेदार बताया गया है।
नक्सली पीडित परिवार का सदस्य है मृतक शत्रुघन
पीडित परिवार से मिली जानकारी अनुसार उक्त नक्सली घटना में मौत के मुंह में समा जाने वाले शत्रुघन का पूरा परिवार, नक्सली पीडित परिवार है। वर्ष 2007 के आसपास पहली बार नक्सलियों के द्वारा मृतक शत्रुघन के पिता स्व.मेघनाथ कोर्राम के घर पर पहुंचे और उसके घर के सामान को लुटकर ले जाने के साथ ही घर को भी जला दिया गया था, जिससे परिवार के सदस्य कुछ साल तक इधर-उधर रहकर अपना जीवनयापन करते रहे और बाहर गांव से ही अपने गांव टेमरुगांव में आकर खेती बाड़ी करते थे, वर्श 2007 में नक्सलियों के द्वारा मेघनाथ कोर्राम को पकडकर दूसरे गांव में ले जाकर हत्या कर दी गई थी। फिर क्षेत्र में जगह-जगह पुलिस कैम्प स्थापित होने के बाद स्व.मेघनाथ कोर्राम के परिवार के अन्य सदस्य वापस गांव में आकर रहने लगे थे।
ग्राम टेमरुगांव के ग्राम पंचायत बनने के बाद षत्रुघन कोर्राम भी पंच बना और साथ ही कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता के रुप में भी सक्रिय था। 15 फरवरी की षाम को भी जब नक्सलियों ने शत्रुघन पर गोली चलाई तो भी वह कांग्रेस पार्टी से सम्बंधित टी शर्ट पहने हुए था। परिवार जनों ने बताया कि लगभग 2 साल पहले भी उसके खिलाफ धमकी भरा पर्चा जारी हुआ था और उसके पिता मेघनाथ को 2007 में नक्सलियों ने पुलिस मुखबिर होने के संदेह में मारा था। पुलिस को सूचना देता था।
वही इस पूरे घटना में पीआर पाटिल SDOP ने बताया की पुलिस द्वारा चलाए जा रहे नक्सली विरोधी अभियान के चलते नक्सली बेगफुट पर आ गए है। नक्सली अपना वर्चस्व कायम करने के लिर भय का मौहोल बनाने की कोशिश कर रहे हैं जल्द ही कोंडागांव व नारायणपुर जिले की पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त ऑपरेशन चलकर शांति स्थापित की जाएगी।